Sonbhadra News: निकाय चुनाव के बहाने निषाद पार्टी साध रही लोकसभा का दांव, महानगरों में जीत का श्रेय लेने के साथ ...
Sonbhadra News: डा. संजय निषाद ने सभी 17 नगर निगमों में हुई भाजपा की ऐतिहासिक जीत का बड़ा श्रेय मछुआ समुदाय को देते हुए, जहां भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बड़ा संकेत दिया। वहीं लोकसभा चुनाव में सम्मानजक भागीदारी की बात भी इशारों-इशारों में कह डाली।
Sonbhadra News: निकाय चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत और सोनभद्र में इसके जरिए हुए निषाद पार्टी की इंट्री के बाद, अब, पार्टी की तरफ से लोकसभा का दांव साधने का काम शुरू हो चुका है। गत मंगलवार को जिला मुख्या लय पर पार्टीजनों के साथ विचार गोष्ठी और चोपन में सभा के जरिए जहां निषाद समुदाय के लोगों को लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका और बड़ी भागीदारी सुनिश्चित करने की घुट्टी पिलाई गई। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के मत्स्य विभाग मंत्री डा. संजय कुमार निषाद ने, महानगरों में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत में निषाद समुदाय के लोगों की बड़ी भूमिका बताने के साथ ही, लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर अपने समुदाय के लोगों के साथ ही भाजपा हाईकमान को भी बड़े संकेत दे डाले।
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महानगरों में हुई जीत का श्रेय लेकर दिया बड़ा संकेत
डा. संजय निषाद ने सभी 17 नगर निगमों में हुई भाजपा की ऐतिहासिक जीत का बड़ा श्रेय मछुआ समुदाय को देते हुए, जहां भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बड़ा संकेत दिया। वहीं लोकसभा चुनाव में सम्मानजक भागीदारी की बात भी इशारों-इशारों में कह डाली। उन्होंने कहा कि यूपी के जो भी प्रमुख महानगर हैं, वह नदी किनारे हैं। दावा किया कि वहां जो ऐतिहासिक जीत मिली है, उसमें निषाद समुदाय की बड़ी भूमिका है। अपनी बात को मजबूती देने के लिए उन्होंने सोनभद्र में राज्यमंत्री के गढ़ में भाजपा को मिली हार के पीछे निषाद समुदाय के लोगों का पूरा सहयोग न लेने को एक बड़ा कारण भी बता डाला। साथ ही अपना दल की तरह, लोकसभा सदन में भी निषाद पार्टी की सम्मानजनक मौजूदगी की बात कह डाली। साथ ही बगैर टिकट बंटवारे की बात किए, जहां-जहां निषाद समुदाय की अच्छी आबादी है, वहां-वहां निषाद पार्टी के प्रतिनिधित्व की वकालत भी कर डाली। डा. निषाद के इस बयान को सियासी हलके में बड़ा संकेत माना जा रहा है।
मुस्लिम समुदाय को भी खुद से जोड़ने की कोशिश
डा. संजय कुमार निषाद ने त्रेतायुग में भगवान राम और निषादराज गुह की मित्रता की तरह, भाजपा और निषाद पार्टी के संबंधों की मजबूती बयां करते हुए, निषाद समुदाय के लोगों को पूरी तरह खुद से जोड़ने की कोशिश की। वहीं भाजपा के विरोध में मतदान करने की पहचान रखने वाले मुसलमान समुदाय के लोगों का कभी हिंदू समुदाय (एक बड़े वर्ग का मछुआ समुदाय से) से जुड़ाव होने की बात कहते हुए, उनको भी खुद से जोड़ने की कोशिश कर, बड़ी सियासी पारी खेलने का संकेत दे डाला।