Sonbhadra: राहुल-अखिलेश का जुड़ाव नहीं कर पाएगा कमाल, BJP के राष्ट्रीय महामंत्री ने साधा निशाना
Sonbhadra: राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह ने कहा कि सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही और वाराणसी पर पीएम मोदी की विशेष नजर है। उन्होंने इन जिलों को लेकर कई चुनावी दावे और वायदे भी किए।
Sonbhadara News: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह ने मंगलवार की शाम जिला कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव का जुड़ाव इस बार भी कोई कमाल नहीं करने जा रहा। जिस तरह से पिछली बार दोनों लड़कों के गठबंधन के दौरान सपा-कांग्रेस का यूपी से सूपड़ा साफ हो गया था। उसी तरह, इस बार भी इस गठबंधन का सुपड़ा साफ होने जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा चार चरणों के ही चुनाव में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर चुकी है। पांचवें चरण में लीड हासिल करने के साथ ही, छठें-सातवें चरण में 400 पार का लक्ष्य पाने के लिए आगे बढ़ गई है। राष्ट्रीय महासचिव ने दावा कि दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों से भाजपा को अच्छी-खासी बढ़त मिली है। कहा कि तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा सहित पूर्वांत्तर से भाजपा ने बड़़ी लीड हासिल की है। कहा कि यूपी की भी लगभग सभी सीटों पर भाजपा जीत के कगार पर है।
वाराणसी से जुड़े जिलों पर पीएम मोदी की विशेष नजरः अरूण सिंह
सोनभद्र में भी जीत का दावा करते हुए अरूण सिंह ने कहा कि सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही और वाराणसी पर पीएम मोदी की विशेष नजर है। उन्होंने इन जिलों को लेकर कई चुनावी दावे और वायदे भी किए। कहा कि इन जिलों में विकास से जुड़ी कई योजनाओं को रफ्तार को देने के साथ ही, सोनभद्र में पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। मोदी के तीसरी बार पीएम बनने के बाद जहां यहां पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा, वहीं, अन्य क्षेत्रों के साथ ही पर्यटन से भी महिलाओं को जोड़कर रोजगार में वृद्धि को लेकर मुहिम चलाई जाएगी। सूर्यघर योजना, हर घर नल योजना, उज्जवला, पीएम आवास आदि को लेकर भी बड़ी प्लानिंग की बात कही। इसी तरह उन्होंने 70 वर्ष उम्र के उपर वाले प्रत्येक व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड योजना से जोड़ने की योजना शुरू करने का भी भरोसा दिया।
‘सिर्फ जनता को डराकर सियासी गणित साधने की हो रही कोशिश
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ झूठे दावों-कथनों के आधार पर जनता को डराने की कोशिश में लगे हुए हैं। वहीं, अरविंद केजरीवाल का 2014 से लगातार टेपरिकार्डर की तरह प्रलाप जारी है। राहुल-अखिलेश को इंफ्रास्ट्रक्चर, फाइनेंस, डेवलेपमेंट का ककहरा नहीं लेकिन जनता को गलत बातें बताकर गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। चुनाव को जातीय मोड़ देने की कोशिश हो रही है। जबकि भाजपा जाति-पांति पर नहीं, सबका साथ सबका विकास की बात करती है।