Sonbhadra News: धरोहरों को निहारने पहुंचे CS-ST कल्याण मंत्री, अगोरी दुर्ग को पर्यटन की दृष्टि से सजाने-संवारने पर दिया जोर
Sonbhadra News: दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत मंत्री असीम अरूण सोनभद्र की धरोहरों को निहारने पहुंचे, उन्होंने दुनिया के अजूबे तथा जीवन की उत्पत्ति के प्रमाण सलखन फासिल्स तथा लोकगाथा के महानायक वीर लोरिक और मंजरी की अमर प्रेमगाथा के जीते-जागते गवाह अगोरी दुर्ग का निरीक्षण किया।
Sonbhadra News: जिले में आदिवासियों के बीच रात्रि विश्राम, उनका दुख-दर्द जानने पहुंचे प्रदेश के समाज कल्याण एवं एससी-एसटी कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने शुक्रवार की शाम सोनभद्र की धरोहरों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने दुनिया के अजूबे तथा जीवन की उत्पत्ति के प्रमाण सलखन फासिल्स तथा लोकगाथा के महानायक वीर लोरिक और मंजरी की अमर प्रेमगाथा के जीते-जागते गवाह अगोरी दुर्ग का निरीक्षण किया। उससे जु़ड़ी जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को इन दोनों धरोहरों को पर्यटन की दुष्टि से सजाने-संवारने की पहल करने को लेकर जरूरी निर्देश दिए।
दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत शुक्रवार की शाम मंत्री असीम अरूण सबसे पहले अमेरिका के यलो स्टोन पार्क को भी पीछे छोड़ने वाले सलखन फासिल्स पार्क पहुंचे। यहां मौजूद अनूठी धरोहर फासिल्स और उस पर मौजूद वलयाकार संरचनाओं को करीब से निहारने के बाद इस स्थल को सजाने, संवारने और पर्यटन की दुष्टि से विकसित करने के हो रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड ने भी उन्हें इस स्थल से जुड़ी जरूरी जानकारियां दी। इस स्थल के बारे में पर्यटकों और वैज्ञानिकों को ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो सके, इसके लिए संबंधितों को जरूरी पहल के निर्देश दिए।
फासिल्स पार्क पर लगाए टूरिज्म डायरेक्ट्री का बोर्ड
कहा कि यहां टूरिज्म डायरेक्ट्री यानी फोटोग्राफ्स सहित संक्षिप्त विवरण का बोर्ड लगाया जाए। टूरिज्म गाईड की व्यवस्था की जाए ताकि जिले के पर्यटन स्थलों के बारे में लोगों को सही जानकारी प्राप्त हो सके। मत्री ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े फासिल्स पार्क का गौरव सोनभद्र किो हासिल है। इसलिए जनपद में आने वाले विदेशी शैलानियों को सोनभद्र के पर्यटन स्थलों के साथ ही विशेष रूप से करोड़ों वर्ष प्राचीन फासिल्स पार्क की तरफ आकर्षित किए जाने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि जनपद के विभिन्न स्थानों पर पर्यटन से जुड़े स्थलों को चिहिन्त कर विकास कराया जाए, ताकि जिले में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ाई जा सके।
अगोरी दुर्ग के महत्व-किंवदंतियों से हुए अवगत
यहां के बाद मंत्री का किलो सोन नदी किनारे स्थित अगोरी दुर्ग पहुंचा। यहां किला के बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ ही अंतःपुर में स्थापित गेट के उपर लगे पत्थर के शिला में लिखे गए उर्दू के शब्दों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अनूठी धरोहर के प्रति भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जरूरी पहल का निर्देश दिया। जिला पंचायत सदस्य जुगैल प्रतिनिधि संजीव तिवारी ने उन्हें, किले से जुड़ी किंवदंतियों और महत्व के बारे में जानकारी दी। यहां के बाद मंत्री परिवर्तित कार्यक्रम के तहत जुगैल में आदिवासियों के बीच आयोजित चौपाल एवं रात्रि विश्राम के लिए रवाना हो गए। उप जिलाधिकारी ओबरा प्यारे लाल मौर्य, सीओ ओबरा चारू द्विवेदी, ब्लाक प्रमुख सदर अजीत रावत, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव, जिला पंचायत सदस्य चुुर्क मोहन कुशवाहा सहित अन्य मौजूद रहे।