Sonbhadra News: प्रांतीय खंड में 'इकरार' राज, चहेती फर्मों पर 'ओम' की मेहरबानी, पीडब्ल्यूडी मंत्री सहित कई को भेजे गए पत्र ने मचाई खलबली

Sonbhadra News: भेजी गई शिकायत और लगाए गए आरोपों को लेकर जैसे ही कथित पत्र सामने आया, महकमे में खलबली मच गई।

Update: 2023-10-06 08:28 GMT

Sonbhadra News: सोनभद्र के प्रांतीय खंड (पीडब्ल्यूडी विभाग) में कार्यरत एक जेई और एक वरिष्ठ सहायक (कैशियर) पर बरसों से प्रांतीय खंड में ही जमे होने, चहेती फर्मों पर मेहरबानी बरसाने का आरोप लगाया गया है। इसको लेकर मुख्यमंत्री, पीडब्ल्यूडी मंत्री सहित अन्य को पत्र भेजकर जांच की गुहार भी लगाई गई है। भेजी गई शिकायत और लगाए गए आरोपों को लेकर जैसे ही कथित पत्र सामने आया, महकमे में खलबली मच गई।

11 वर्षों से प्रांतीय खंड में ही वरिष्ठ सहायक (कैशियर) के जम होने का दावा

दरअसल, मुख्यमंत्री पीडब्ल्यूडी मंत्री सहित अन्य को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि शासन देश को दरकिनार कर 'इकरार' की तैनाती लगभग 11 वर्ष से प्रांतीय खंड की सोनभद्र यूनिट में वरिष्ठ सहायक (कैशियर) पद पर बनी हुई है। जगह पत्र में दावा किया गया है कि तीन वर्षों में पटल परिवर्तन/क्षेत्र परिवर्तन किए जाने का नियम है लेकिन प्रांतीय खंड की सोनभद्र यूनिट के लिए ऐसे निर्देश मायने नहीं रखते। दावे के समर्थन में गत 13 मई को प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र जारी किए गए एक शासनादेश का भी हवाला दिया गया है। जिले के एक माननीय की तरफ से जून माह में मुख्य अभियंता को भेजे गए एक पत्र का भी जिक्र किया गया है। एक एमएलसी की तरफ से प्रमुख अभियंता को इस संबंध में एक पत्र भेजे जाने का दावा किया गया है। मामले के संबंध में कार्यवाही और अब तक के कार्यकाल के स्थिति के जांच की गुहार लगाई गई है।

लखटकिया बांड और बांड से अधिक भुगतान को लेकर भी किया जा रहा बड़ा दावा

प्रांतीय खंड में ही पदोन्नति कर अवर अभियंता बने 'ओमनारायण' नामक जेई पर वर्षों से सोनभद्र में ही जमे होने, लखटकिया बांड और बांड से भी अधिक भुगतान को लेकर बड़ा आरोप लगाया गया है। मंत्री पीडब्ल्यूडी मंत्री तथा विभागीय अधिकारियों को भेजे गए पत्र में दावा किया गया है कि चहेते फर्मों और ठेकेदारों से सांठ-गांठ कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। पांच लाख का बांड बनाकर गलत ढंग से 20 लाख के भुगतान और लग्जरी लाइफ़स्टाइल को लेकर भी शिकायत की गई है। प्रांतीय खंड में रजिस्टर्ड एक फर्म पर विशेष मेहरबानी बरसाने का आरोप भी लगाया गया है।

आरोपों में कोई सच्चाई नहीं, किसी फर्म को नहीं पहुंचाया लाभ : ओम

जेई ओम नारायण का फोन पर कहना था कि लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। सभी आरोप गलत हैं। उन्होंने कभी किसी फर्म को लाभ नहीं पहुंचाया है। इस बारे में एक्सईएन शैलेश ठाकुर से भी संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाए। वहीं कैशियर बताया जा रहे इकरार के सेल फोन नंबर 7905784684 पर कई बार संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन हर बार व्यस्त का उत्तर मिलता रहा।

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