Sonbhadra: किसानों पर कहर बनकर बरसी बारिश की बूंदें, थमी धान की कटाई-मड़ाई, फसल को भी खासा नुकसान
Sonbhadra News: बेमौसम बारिश ने किसानों को झटका दिया है। बारिश में खेत-खलिहान में पड़ा धान भीग गया। किसान अभी कटाई और मड़ाई में ही जुटे थे, तब तक बारिश ने उनके अरमानों को धो दिया।
Sonbhadra News: पहले बरसात की कमी और अब दो दिन से बेमौसम बारिश ने किसानों को परेशान कर दिया है। दो दिनों तक हुई बारिश से जहां खेतों में जगह-जगह पानी जमा हो गए। वहीं, मड़ाई के लिए काटी गई फसल खेत में ही पडे़ भीग गई है। जिन किसानों की फसल खलिहान में पहुंच गई थी, उन्हें भी खासा नुकसान उठाना पड़ा है। फिलहाल इस बारिश से फसलों को 20 प्रतिशत से अधिक का नुकसान बताया जा रहा है। अगर, बारिश की यही स्थिति तीन-चार दिनों तक और रही तो नुकसान का आंकड़ा 50 फीसद के पार भी जा सकता है।
आपको बता दें कि, सोनभद्र में पहले ही 50 फीसद से भी कम बारिश ने धान की खेती के आंकड़े को सिमटाकर 50 प्रतिशत के नीचे ला दिया है। पिछले वर्ष भी अवर्षण की स्थिति ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी थी। इस वर्ष 8 सालों के इतिहास में सबसे कम बारिश ने किसानों का रूला दिया है। जिन किसानों ने किसी तरह धान की खेती की थी, वह अब फसल की मड़ाई में इंतजाम में लगे हुए थे।
बारिश से फसल की गुणवत्ता प्रभावित होगी
गिने-चुने किसानों को छोड़कर ज्यादातर किसानों की फसल खेत या फिर खलिहान में पड़ी हुई थी। अधिकांश किसान ऐसे थे जिनके धान की कटाई तो हो गई थी लेकिन अभी उनकी फसल खलिहान तक पहुंचनी बाकी थी। एक-दो दिन यह फसल खलिहान तक पहुंच जानी थी लेकिन अचानक बुधवार रात मौसम बिगड़ा। बूंदाबांदी के दौरान धान की कटाई-मड़ाई पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया है। जिनकी फसल अभी खड़ी थी या खलिहान पहुंच चुकी थी, उनके मुकाबले उन किसानों को इस बारिश ने ज्यादा नुकसान पहुंचाया है जिनकी फसल तो कट गई लेकिन बंधाई न होने के कारण, खलिहान तक पहुंच पाई थी। किसानों का कहना है कि इस बारिश से जहां फसल की गुणवत्ता प्रभावित हुई थी, वहीं पेड़ में लगी बालियां के तेजी से झड़ने का डर पैदा हो गया है। कहा जा रहा है कि अगर तीन-चार दिन और बारिश-बूंदाबांदी की स्थिति बनी गई तो किसानों की रही-सही जमा-पूंजी और चार महीने की मेहनत करीब-करीब पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ जाएगी।
अगैती फसलों को मिलेगा अच्छा फायदा
एक तरफ, जहां धान की फसल को इस बारिश से काफी नुकसान बताया जा रहा है। वहीं, रबी की अगैती यानी दलहन-तिलहन को फसलों को इस बारिश से फायदा बताया जा रहा है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ज्यादा बारिश तो खेतों में जमा होने वाला पानी दलहन-तिलहन की फसल को भी खासा नुकसान पहुंचा सकता है। बारिश का फसलों पर पड़ने वाले असर के बारे में जानकारी के लिए जिला कृषि अधिकारी से संपर्क साधा गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाए।