Sonbhadra News: आउटसोर्सिंग कंपनियों के नाम पर बड़ा खेल, सगे भाइयों पर FIR

Sonbhadra News: एनसीएल से जुड़ी आउटसोर्सिंग कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में दो लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है।

Update: 2024-04-11 14:14 GMT

Sonbhadra News (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: In the name of providing jobs in outsourcing companies associated with NCLकभी अफसरों-नेताओं के नाम की फर्जी लिस्ट वायरल की जा रही है तो कभी नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर रूपये की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। इसी तरह का शक्तिनगर थाना क्षेत्र से जुड़ा एक और मामला सामने आया है। खिड़की-दरवाजे का काम करने वाले एक व्यक्ति की तरफ से शक्तिनगर थाने में सगे भाइयों के खिलाफ तहरीर देकर नौकरी के नाम पर दो लाख की ठगी करने और बाद में लिए गए रूपये के वापस कर देने से इंकार करने का आरोप लगाया गया है।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि तहरीर में इस बात का भी दावा किया है कि शिकायतकर्ता को तकादा न करने की धमकी दी गई। अभी एक दिन पूर्व ही, आउटसोर्सिंग कंपनी के कथित लाइजनर का ऑडियो वायरल हुआ था। अगले ही दिन पुलिस इंस्पेक्टर के नाम पर धमकाने की तहरीर से, पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। प्रकरण की सच्चाई क्या है और नौकरी के नाम पर झांसा देने-रूपये ऐंठने के खेल से कौन-कौन जुड़े हुए हैं, इसकी जांच शुरू करने के साथ ही, दो सगे भाइयों के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।

थाना प्रभारी के नाम से मिली धमकी

शक्तिनगर थाना क्षेत्र के खड़िया (अशोका मार्केट) निवासी संदीप गुप्ता की तरफ से पुलिस को दी तहरीर में बताया गया है कि वह एक वर्ष पूर्व अपनी दुकान पर खिड़की-दरवाजा का काम कर रहे था। उसी समय वरूण सिंह नामक व्यक्ति आया और उससे कहा कि वह एनसीएल की खड़िया परियोजना में नौकरी लगवाने का कार्य करता है। उसके झांसे में आकर दो लाख दे दिए। उसने तीन दिन में नौकरी दिलाने का भरोसा भी दिया लेकिन बाद में नौकरी कौन कहे, ली गई नकदी को ही वापस करने से इंकार कर दिया। आरोप है कि दी गई धनराशि मांगने पर जहां उसे धमकी दी गई। वहीं उसके भाई राजन सिंह द्वारा फोन करके कहा गया कि वह अनपरा थाना प्रभारी बोल रहा है। तुम्हारा पैसा नहीं मिलेगा तुमको जो करना हो कर लेना। जब उसने नंबर के बारे पता किया तो पता चला कि वह नंबर राजन सिंह का है। आरोप है कि राजन को फोन लगाकर जब उसने एतराज जताया तो पुलिस महकमे में अच्छी पकड़ का धौंस जमाकर चुप रहने, बात न मानने पर जान से मारने की धमकी दी गई।

राजन के खिलाफ पहले से दर्ज हैं कई मामले

प्रभारी निरीक्षक दिनेश प्रकाश पांडेय ने बताया कि मिली तहरीर के आधार पर वरूण और राजन दोनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। दोनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया भी गया है। जांच में यह सामने आया है कि राजन के खिलाफ दो तीन मामले पहले भी दर्ज हो चुके हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस को पाकेट में रखने का करता था दावा

बताते हैं जिस राजन पर अनपरा थाना बनकर धमकाने और भाई के सहयोग से नौकरी के नाम पर रूपये ऐंठने का आरोप लगा है, उसी राजन का एक कथित ऑडियो, एक दिन पूर्व यानी मंगलवार को वायरल हाने के बाद हडकंप मच गया। वायरल ऑडियो में कथित राजन की तरफ से पुलिस, पत्रकारों के साथ ही, एनसीएल के कई लोगों में पॉकेट में रखने का दावा किया था लेकिन अगले ही दिन पूरी कहानी बदल गई और पुलिस के नाम पर धौंस जमाने-लोगों को धमकाने वाले राजन और उसके भाई पुलिस के शिकंजे में पहुंच गए।

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