Sonbhadra News: बकाए का भुगतान न मिलने से खफा मजदूरों का कार्य बहिष्कार, घंटों ठप रखा ओबरा सी का निर्माण
Sonbhadra News: कार्य बहिष्कार कर नाराजगी जता रहे मजदूर बकाया भुगतान मिलने के बाद ही, काम पर वापस लौटने की बात पर अड़े रहे।
Sonbhadra News: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी 1320 मेगावाट वाली निर्माणाधीन ओबरा सी तापीय परियोजना में कई माह का मेहनताना बकाया होने के बावजूद भुगतान न किए जाने से मजदूरों का गुस्सा शुक्रवार को सतह पर आ गया। नाराज मजदूरों ने जहां घंटों परियोजना का काम ठप रखा। वहीं, परियोजना गेट पर देर तक प्रदर्शन कर आवाज उठाई। जमकर नारे लगाए। देर तक मामले को सलटाने-सुझाने की कोशिश होती रही लेकिन कार्य बहिष्कार कर नाराजगी जता रहे मजदूर बकाया भुगतान मिलने के बाद ही, काम पर वापस लौटने की बात पर अड़े रहे।
मामले ओबरा सी का निर्माण कर रही कोरियन कंपनी दुसान के वर्क कांट्रैक्टर शिवम एनर्जीटेक प्राईवेट लिमिटेड से जुड़ा है। इस कंपनी/फर्म से जुड़े मजदूरों का कहना है कि पिछले कई महीने का भुगतान बकाया पडा है लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासनों का झुनझुना थमाया जा रहा है। बताया कि गत 20 सितंबर को ओबरा कोतवाली में हुई वार्ता के दौरान कंपनी के जिम्मेदारों की तरफ से इस बात का भरोसा दिया गया था कि कि एक सप्ताह के भीतर मजदूरों के बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। बावजूद अब तक भुगतान दूर, उसको लेकर प्रक्रिया शुरू करने तक की जानकारी नहीं मिल सकी है। इसके चलते मजदूरों के सामने फाकाकशी की नौबत बनने लगी है। विरोध प्रदर्शन में शामिल सफीक, वसीम अली, बबलू ,आबिद ,मनोज कुमार, कृष्णा यादव, नागेंद्र, अंकित कुमार, राजेश कुमार,कलामुद्दीन, श्याम गुप्ता, कमलेश, संजय मेहता, शाहनवाज अली, दीप नारायण, अशोक यादव, भूपेंद्र कुमार, मनीष प्रसाद, निजामुद्दीन, रवि प्रसाद आदि का कहना था कि जब तक उनके बकाए का भुगतान नहीं होगा, तब तक वह लोग कार्य शुरू नहीं करेंगे।
दुसान के यहां फंसी है करोड़ों की रकम: एनर्जीटेक
दिलचस्प मसला यह है कि जब इस मसले पर मीडिया के लोगों ने मजदूरों को मनाने पहुंचने शिवम एनर्जीटेक के जीएम जोगिंद्र राय से जानकारी चाही तो उनका कहना था कि उनकी कंपनी का दुसान पावर में करोड़ों रुपए का भुगतान बकाया पड़ा है। इसकी वजह से मजदूरों के वेतन भुगतान में समस्या आ रही है। बताते चलें कि ओबरा सी परियोजना जहां प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में एक है। वहीं, दुसान कंपनी ने निर्धारित समय के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण कराने की जिम्मेदारी भी ले रखी है लेकिन जिस तरह से बीच-बीच में बकाए को लेकर मजदूरों का विरोध प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार सामने आ रहा है, उससे यह चर्चा शुरू हो गई है कि 2023 तक पूर्ण रूप से बनकर तैयार होने वाली परियोजना 2024 में भी मुकम्मल हो पाएगी या फिर कोई न कोई पेंच फंसता रहेगा।