Sonbhadra News: लोस चुनाव नजदीक आते ही गरमाया दुद्धी को जिला बनाने का मुद्दा, सोसंवा ने निकाली 18 किमी की पदयात्रा, जिले का दर्जा देने की उठाई आवाज
Sonbhadra News: लोकसभा चुनाव नजदीक देख एक बार फिर दुद्धी को जिला बनाने की मांग को लेकर सियासत गरमा उठी है। सोनांचल संघर्ष वाहिनी की तरफ से रविवार को यूपी-झारखंड सीमा स्थित विंढमगंज बाजार से दुद्धी तहसील मुख्यालय तक 18 किमी की पदयात्रा निकाली गई।
Sonbhadra News: लोकसभा चुनाव नजदीक देख एक बार फिर दुद्धी को जिला बनाने की मांग को लेकर सियासत गरमा उठी है। सोनांचल संघर्ष वाहिनी की तरफ से रविवार को यूपी-झारखंड सीमा स्थित विंढमगंज बाजार से दुद्धी तहसील मुख्यालय तक 18 किमी की पदयात्रा निकाली गई। दुद्धी को जिले का दर्जा देने की मांग उठाते हुए, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसील प्रशासन को सौंपा गया।
आदिवासी अंचल के समस्याओं के समाधान के लिए अलग जिला जरूरी
अगुवाई कर रहे सोसंवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोशन लाल यादव एडवोकेट ने कहा कि आदिवासी अंचल की समस्याओं के समाधान के लिए लंबे अरसे से दुद्धी को जिला बनाने की मांग चली आ रही है, लेकिन सरकार अब तक इसे अनसुना किए हुए हैं। कहा कि सोनांचल के आदिवासी, वनवासी, गिरिवासी, बेरोजगारों आदि की मूलभूत समस्याओं का प्रभावी निदान तभी संभव है, जब दुद्धी को जिले का दर्जा दिया जाए।
अलग सोनांचल राज्य की भी उठी आवाज
पदयात्रा के दौरान सोनांचल संघर्ष वाहिनी की तरफ से अलग सोनांचल राज्य बनाए जाने, सोनांचल विश्व विद्यालय की स्थापना, म्योरपुर हवाई अड्डा का नाम सोनांचल एअर पोर्ट करने, चोपन से नई दिल्ली के लिए सोनांचल एक्सप्रेस ट्रेन चलाए जाने आदि को लेकर भी मांग उठाई गई।
यहां से होकर गुजरी यात्रा, इनका मिला समर्थन
विंढमगंज थाना तिराहे से शुरू हुई पदयात्रा विंढमगंज बाजार से होते हुए घिवही रेलवे क्रासिंग पर पहुंची। यहां दुद्धी प्रधान संघ के अध्यक्ष दिनेश यादव की अगुआई में कई प्रधानों ने जनता के साथ सोनांचल बचाओ तिरंगा पद यात्रा का स्वागत और समर्थन किया। जोरूखाड़ प्रधान विमल यादव और फुलवार प्रधान दिनेश कुमार यादव भी यात्रा में शामिल हुए। प्रधानों के अलावा प्रभुसिंह कुशवाहा , प्रेमचंद यादव, रमेश चंद्र सिंह कुशवाहा, आशीष जायसवाल, विजय गोंड, संजय यादव, विमल यादव, अशोक श्रीवास्तव, विजय यादव, कृपाशंकर आदि ने भी पदयात्रा के जरिए उठाई जा रही मांगों के समर्थन में आवाज उठाई।
पदयात्रा में रह-रहकर होती रही नारेबाजी
दुृदधी को जिला बनाने का दर्जा देने की उठाई जा रही मांग को लेकर दुद्धी बार एसोसिएशन और सिविल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की तरफ से भी समर्थन जताया गया। इस दौरान मांगों को लकर सोनांचल संघर्ष वाहिनी कार्यकर्ताओं की तरफ से रह-रह कर नारेबाजी भी होती रही।
चुनाव नजदीक आते ही शुरू हो जाता है सियासत का दौर
दुद्धी को अलग जिला बनाने का दर्जा पिछले एक दशक से अधिक समय से सियासत का बड़ा मुद्दा बना हुआ है। वर्ष 2012 में सपा की तरफ से इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। वर्ष 2016 में इसको लेकर सर्वे सहित अन्य प्रक्रिया भी अपनाई गईं लेकिन 2017 के चुनाव में यह मसला एक बार फिर से सियासी मसला बनकर रह गया। 2017 में जहां प्रदेश में भाजपा सत्तासीन हुई। वहीं, वर्ष 2017 के साथ ही वर्ष 2019 में भी बीजेपी की तरफ से दुद्धी तहसील क्षेत्र के लोगों को अलग जिले का दर्जा देने का भरोसा दिया गया लेकिन चुनावी दौर पूरा होते ही, मामला ठंडा पड़ गया।
विपक्षी दलों की तरफ से इस मसले पर उठने वाली महज सियासत तक सिमट कर रह गई। अब एक बार फिर से दुद्धी को जिला बनाने की हो रही मांग का मसला गरमाने लगा है। ऐसे में वर्ष 2024 का लोस चुनाव दुदृधी तहसील क्षेत्र के लिए नए जिले की सौगात देने वाला साबित होगा या फिर पूर्व के चुनावों की तरह, चुनावी दौर बीतते ही नेपथ्य में चला जाएगा, इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।