Sonbhadra News: 10 ग्राम पंचायतें बनेंगी हाइटेक, नौ में जनसेवा केंद्र, एक में लर्निंग सेंटर की स्थापना

Sonbhadra News: पंचायत महकमे की तरफ से, जन सेवा केंद्र वाले ग्राम पंचायत को 5 लाख और लर्निंग सेंटर वाली ग्राम पंचायत को 7 लाख की धनराशि जारी की गई है।

Update:2024-09-26 09:42 IST

10 ग्राम पंचायतें बनेंगी हाइटेक   (photo; social media )

Sonbhadra News: जिला पंचायत राज महकमे की तरफ से कस्बों की भांति ग्राम पंचायतों को भी, हाईटेक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रथम चरण के तहत नौ ग्राम पंचायत में जन सेवा केंद्र और एक ग्राम पंचायत में लर्निंग सेंटर स्थापना की कवायद शुरू कर दी गई है। एक ग्राम पंचायत को नए पंचायत भवन की भी सौगात दी गई है। इसके लिए पंचायत महकमे की तरफ से, जन सेवा केंद्र वाले ग्राम पंचायत को 5 लाख और लर्निंग सेंटर वाली ग्राम पंचायत को 7 लाख की धनराशि जारी की गई है। जिला पंचायत राज अधिकारी की तरफ से, सभी संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों और एडीओ पंचायतों को निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं।

इन-इन ग्राम पंचायतों का किया गया है चयन :

जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण के मुताबिक, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) योजना के अंतर्गत जन सेवा केंद्र (सीएससी) भवन निर्माण के लिए बभनी ब्लाक के चपकी, चतरा ब्लॉक के ऊंची खुर्द, घोरावल ब्लाक के सतद्वारी, करमा ब्लॉक के गैरीगढ़, सिरसिया ठकुराई, म्योरपुर ब्लॉक के रासपहरी, रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक के अमोली बसौली और मानपुर गांव में सहज जन सेवा केंद्र के संचालन के लिए भवन का निर्माण कराए जाने के लिए धनराशि जारी की गई है। इसी तरह करमा ब्लॉक के बबुराही में पंचायत भवन और रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक के बेठिगांव निस्फ में पंचायत लर्निंग सेंटर की मंजूरी मिली है। संबंधित सभी ग्राम पंचायत को निर्माण कार्य के लिए निर्धारित धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। संबंधितों को निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।

नई पहल से ग्रामीणों को मिलेगी इस बात की सुविधा :

जन सेवा केंद्र के लिए जहां ग्राम पंचायत स्तर पर ही आय, जाति, निवास आज के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरे जा सकेंगे। वहीं ऑनलाइन मिलने वाली खतौनी आदि की भी सुविधा ग्राम पंचायत स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेगी। वहीं पंचायत लर्निंग सेंटर के जरि ग्रामीणों के सामाजिक व आर्थिक स्तर में वृद्धि को लेकर जरूरी प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे । यूनिसेफ, सेव द चिल्ड्रेन, एचसीएल, वर्ल्ड विजन जैसी प्रतिष्ठित स्वयंसेवी संस्थाएं लर्निंग सेंटर वाली ग्राम पंचायत को सेवाएं और जानकारियां देकर ग्रामीणों को आर्थिक व सामाजिक स्तर पर सशक्त बनाने की भूमिका निभाएंगी।

कार्य में लापरवाही के लिए एडीओ पंचायत, प्रधान और सचिव होंगे सीधे तौर पर जवाबदेह:

आंवटित धनराशि का व्यय / उपभोग स्वीकृत प्रायोजन के लिए ही किया जाएगा | इससे इतर व्यय वित्तीय अनियमितता होगी, जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित सचिव और प्रधान का होगा। कॉमन सर्विस सेंटर का निर्माण प्रत्येक दशा में कार्य शुरू होने के 45 दिवस के अंदर पूर्ण करना होगा।

पंचायत भवन नवनिर्माण तीन माह के भीतर, पंचायत लर्निंग सेंटर 30 दिवस के अंदर पूर्ण करनी होगी। सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) प्रत्येक सप्ताह पंचायत भवन का निरीक्षण कर प्रगति से जिला पंचायत राज अधिकारी को अवगत कराएंगे। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्माण अवधि में कम से कम एक बार कार्य गुणवत्ता का स्थलीय निरीक्षण करना होगा।

कार्य पूर्ति के बाद ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराना होगा उपभोग प्रमाण पत्र:

कार्य पूर्ण होने के पश्चात ग्राम पंचायत द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी को नियमानुसार उपभोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा। कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता/लापरवाही के लिए संबधित प्रधान/सचिव के साथ संबधित सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) भी समान रूप से उत्तरदायी माने जाएंगे।

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