Sonbhadra : जनजातीय गौरव दिवस पर दिखी आदिवासी संस्कृति की झलक, गौसेवा केंद्र का शुभारंभ, 174 गांवों में 26 तक विशेष कार्यक्रम
Sonbhadra News : डीएम ने बताया कि जनजाति समुदाय के विकास के लिए जिले में जिन जनजाति बाहुल्य ग्रामों को चयनित किया गया है, उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा संचालित 17 प्रकार की योजनाओं के माध्यम से विकसित किया जाएगा।
Sonbhadra News: भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाते हुए विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य कार्यक्रम सेवाकुंज आश्रम चपकी में आयोजित किया गया। डीएम बीएन सिंह, एसपी अशोक कुमार मीणा, राष्ट्रीय संयोजक अखिल भारतीय जनजाति रक्षामंच गणेश राम भगत, उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग जीत सिंह खरवार, सेवाकुंज आश्रम के संचालक आनंद, सीडीओ जागृति अवस्थी ने भगवान बिरसा मुंडा और रानी दुर्गावती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
भगवान बिरसा मुंडा का संघर्ष सभी के लिए प्रेरणा का स्रेात
कहा कि भगवान बिरसा मुंडा द्वारा आदर्श सिर्फ जनजातीय समुदाय के लिए नहीं, देश के सभी समुदायों के के लिए गर्व और प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में जिस अदम्य साहस और कौशल का प्रदर्शन किया, वह सभी के लिए अनुकरणीय है। बताया गया कि जनजातीय गौरव दिवस जनजाति भागीदारी उत्सव के रूप में 15 से 26 नवंबर तक मनाया जा रहा है। इस दौरान जनजाति समाज के लोगों को वनाधिकार के पट्टे का भी वितरण किया गया। डीएम ने कहा कि वनाधिकार पट्टे को खतौनी के रूप में भी परिवर्तित करने की कार्रवाई की जा रही है।
जनजातीय बहुल गांवों को 17 योजनाओं से किया जाएगा संतृप्त
डीएम ने बताया कि जनजाति समुदाय के विकास के लिए जिले में जिन जनजाति बाहुल्य ग्रामों को चयनित किया गया है, उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा संचालित 17 प्रकार की योजनाओं के माध्यम से विकसित किया जाएगा। बता दें कि, योजना के तहत जिले के आदिवासी बहुल 174 गांवों को चयन किया गया है। उधर, डीपीआरओ नमिता शरण के निर्देशन में ग्राम स्तर पर 15 से 26 नवंबर तक, चयनित गांवों में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर, जनजाति समाज के लोगों को उनके अधिकार और उनके लिए सरकार की तरफ चलाई जा रही योजनाओं, खासकर वनाधिकार के प्रावधानों से अवगत कराने के निर्देश दिए गए हैं।
हवन-पूजन कर श्रीकृष्ण गौसेवा केंद्र का किया गया शुभारंभ
कार्यक्रम के दौरान कारीडांड़, चपकी स्थित सेवा समर्पण संस्थान के आश्रम में हवन पूजन कर श्रीकृष्ण गौसेवा केंद्र का शुभारंभ किया गया। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में जनजाति समुदाय के स्कूली छात्र-छात्राओं ने करमा नृत्य के साथ ही जनजाति समाज से जुड़े विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुति दी। डीएम ने सेवाकंुज आश्रम में संचालित तीरंदाजी कक्षा की जानकारी ली और स्वयं भी निशाना भी साधते हुए, प्रशिक्षण ले रहे बच्चों को प्रोत्साहित किया।