Sonbhadra News: सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जनों से ठगी, पुलिस के पास पहुंचा मामला तो लौटाई रकम

Sonbhadra News: रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के सुकृत में सिक्योरिटी कंपनी खोलकर, विभिन्न जगहों पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से अच्छी-खासी ठगी का मामला सामने आया है।

Update:2024-06-27 18:13 IST

चौकी पर कार्रवाई करती पुलिस। Photo- Newstrack 

Sonbhadra News: रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के सुकृत में सिक्योरिटी कंपनी खोलकर, विभिन्न जगहों पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से अच्छी-खासी ठगी का मामला सामने आया है। हालांकि प्रकरण पुलिस के पास पहुंचने के बाद पुलिस के हस्तक्षेप पर, सिक्योरिटी कंपनी के कर्ता-धर्ताओं की तरफ से ली गई रकम लौटा दी गई है। इससे पहले संबंधित सिक्योरिटी कंपनी के लोगों ने कहां-कहां ठगी की इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है। 

गत 25 जून को ठगी का मामला तब सामने आया जब सुकृत और आस-पास के गांवों के 40 से अधिक ग्रामीण राबटर्सगंज कोतवाली से जुड़ी सुकृत पुलिस चौकी पर पहुंचे। वहां तहरीर देकर अवगत कराया कि सृकृत में कुछ लोगों ने जीएच सिक्योरिटी कम्पनी खोलकर स्कूलों, महाविद्यालयों, ऑफिसों और अन्य संस्थानों में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी लगवाने के नाम पर अच्छी-खासी रकम ऐंठ ली है। कंपनी के लोगों के झांसे में आकर लगभग 40 लोग ठगी का शिकार हो गए हैं। अब न तो नौकरी लगवाई जा रही है, न ही नौकरी लगवाने के एवज में सिक्योरिटी के नाम पर लिया गया पैसा ही वापस किया जा रहा है।

एसपी ने दिया रकम वापस कराने का निर्देश

पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक जब यह मामला एसपी डॉ. यशवीर सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने प्रभारी निरीक्षक रॉबर्ट्सगंज और चौकी प्रभारी सुकृत को मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को राहत दिलाने के निर्देश दिए। एसपी के निर्देश के बाद, जीएच सिक्योरिटी कम्पनी के मैनेजर धीरेंद्र कुशवाहा पुत्र अशोक सिंह निवासी भुड़कुडा, थाना इलिया, जिला चंदौली को सुकृत पुलिस चौकी पर तलब किया गया। सुकृत प्रधान की मौजूदगी में पीड़ितों को भी बुलाया गया। दोनों पक्षों की बातें सुनी गई। सिक्योरिटी कंपनी के रिकॉर्ड भी देखे गए। लगभग दो घंटे से अधिक समय तक सुकृत पुलिस चौकी पर मसले को लेकर चली पंचायत में सिक्योरिटी कंपनी द्वारा पीड़ितों से 2,02,700 ( दो लाख दो हजार सात सौ रुपये) रुपये लिए जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद कंपनी के मैरेजर धीरेंद्र से पीड़ितों को ली गई पूरी राशि वापस दिलवाई गई। इसके चलते जहां पीड़ितों ने बड़ी राहत महसूस की। वहीं, कंपनी के प्रबंधक को आइंदा इस तरह की शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देकर छोड़ा गया। 

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