गोरखपुर में हंगामा: अखिलेश पर मुकदमे को लेकर सपा का प्रदर्शन, पुलिस बल तैनात
जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए धक्का-मुक्की कर बाइट लेने की कोशिश कौन सी पत्रकारिता है। कथित पत्रकारों ने जानबूझ कर सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है।
गोरखपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर पत्रकारों से मारपीट मामले में दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में सपाईयों ने गोरखपुर में प्रदर्शन किया। हालांकि पार्टी कार्यालय से चंद मीटर दूर ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी के साथ दर्जनों सपाईयों को पुलिस लाइन में बिठाया गया है। इस दौरान सपाईयों की पुलिस की खूब नोकझोंक हुई।
पुलिस ने जिलाध्यक्ष का कॉलर पकड़ कर बदसलूकी की
इस दौरान पुलिस ने जिलाध्यक्ष का कॉलर पकड़ कर बदसलूकी की। रविवार को जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी के नेतृत्व में सपाई बेतियाहाता स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। सुबह करीब 11 बजे सपाई जैसे ही राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपने के लिए निकले तभी कई थानों की पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया। इसके बाद सपाई नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने जिलाध्यक्ष समेत दो दर्जन से अधिक सपाईयों को हिरासत में ले लिए। सपा जिलाध्यक्ष का एक पुलिस वाले ने कॉलर पकड़ कर बदसलूकी भी की। जिसे लेकर सपाईयों में जबरदस्त आक्रोश दिखा।
जबरिया मुकदमा दर्ज कराया जाना भारतीय लोकतंत्र के लिए घातक
जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए धक्का-मुक्की कर बाइट लेने की कोशिश कौन सी पत्रकारिता है। कथित पत्रकारों ने जानबूझ कर सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है। जिसके कारण प्रदेश के समाजवादी लोग क्षुब्ध है । महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पर जबरिया मुकदमा दर्ज कराया जाना भारतीय लोकतंत्र के लिए घातक और एक गलत परंपरा है। यथाशीघ्र समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस होना चाहिए।
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पुलिस को आगे कर हो रहा उत्पीड़न
सपा पार्षद विश्वजीत तिवारी ने कहा कि एक तरफ भाजपा के गुंडों पर लगे मुकदमों को प्रदेश सरकार वापस ले रही है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। पुलिस को आगे कर आम लोगों का उत्पीड़न करने वाली सरकार को प्रदेश की जनता विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने के लिए तैयार है।
रिपोर्ट : पूर्णिमा श्रीवास्तव
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