लखनऊ: रालोद प्रमुख अजित सिंह सपा के समर्थन से राज्यसभा के उम्मीदवार होंगे। अगले विधानसभा चुनाव के लिए सपा और रालोद के बीच गठबंधन हो गया है। समझौते की कमान शिवपाल और अमरसिंह के हाथ में है। इस गठबंधन की पहली शर्त अजित सिंह को राज्यसभा भेजना है। समाजवादी पार्टी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 40-50 सीटें देने पर राजी हो गई है।
इस खबर को सबसे पहले 18 मई को newztrack ने ब्रेक करते हुए अजित सिंह की 'रालोद' और 'सपा' के बीच गठबंधन के संकेत दे दिए थे
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क्या है रणनीति
-तय रणनीति के मुताबिक सपा एक नए उम्मीदवार के रूप में अजित सिंह को मैदान में उतारेगी।
-अजित सिंह के मैदान में उतरने के बाद अब मुलायम अपने पुराने रणनीतिक अनुभव का उपयोग करेंगे।
-दरअसल बसपा और भाजपा के पास अपने अपने उम्मीदवार जिताने के बाद भी वोट बच रहे हैं, साथ ही उत्तर प्रदेश की रालोद समेत छोटी पार्टियों के पास 16 वोट हैं।
-ऐसे में अगर कांग्रेस के उम्मीदवार यानी कपिल सिब्बल के हारने की उम्मीद ज्यादा है।
-मुलायम सिंह इस संभावना पर विचार करेंगे साथ ही अगर यह संभव न हो सका तो अपने एक उम्मीदवार को रेस से हटा देंगे।
-ऐसी स्थिति में कुंवर रेवती रमण सिंह के रेस से हटने की उम्मीद सबसे प्रबल है।