वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना दे रहे करीब डेढ़ दर्जन छात्रों की गिरफ्तारी के बाद हंगामा मच गया है। आक्रोशित छात्र बीएचयू के मुख्य द्वार पर पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। यूनिवर्सिटी में हो रहे स्पंदन कार्यक्रम के मंच पर भी छात्रों ने कब्जा कर लिया। इससे कार्यक्रम को रोक दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने स्थिति को नियंत्रित किया, फिलहाल स्टेज पर कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं।
शनिवार को बीएचयू का स्पंदन समारोह का आखिरी दिन था। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कमेडियन राजू श्रीवास्तव आने वाले थे।
क्या है मामला?
ये छात्र सिटी स्कैन सेंटर में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना दे रहे थे।
शनिवार को पुलिस ने फ्लैग मार्च के बाद छात्रों को जबरन धरना से उठाकर बस में डाल दिया।
सभी छात्रों को गिरफ्तार कर कैंट थाना भेज दिया गया है।
जिस समय छात्रों की गिरफ्तारी हुई उस समय केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा भी मौके पर मौजूद थे।
क्या कहना है चीफ प्रॉक्टर प्रो.सत्येंद्र सिंह का
-बीएचयू प्रशासन के खिलाफ धरना दे रहे छह छात्रों को विश्वविद्यालय से आजीवन निष्कासित कर दिया गया है।
-एक छात्र को निलंबित भी किया गया है।
-यह निर्णय दो दिन पहले बनी हाई पॉवर कमेटी की संस्तुति के आधार पर किया गया।
-पॉवर कमेटी ने सिटी स्कैन सेंटर पर ताला जड़कर मरीजों को हो रही परेशानी के आरोप में छह छात्रों को निष्कासित किया।
नेताओं ने कुलपति पर लगाया आरोप
-नेताओं ने आरोप लगाया कि बीएचयू के कुलपति भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों की आवाज को दबाकर लोकतंत्र का गला घोट रहे है।
निष्कासित छात्रों के नाम
-शशांक सिंह, मृत्युंजय तिवारी आजाद, भानू प्रताप सिंह, अभिषेक कुमार सिंह, वैभव कुमार सिंह, शशि शेखर।
-पवन कुमार को निलंबित किया गया है।
-इस कार्रवाई से छात्रों में हड़कंप मचा हुआ है।
-छात्र किसी तरह का बवाल न करें इसके लिए परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।