Adipurush Dialogue Controversy:स्वामी प्रसाद मौर्य बोले-मनोज मुंतशिर व ओम राउत ने गलत तरीके से पेश की कहानी, हो कार्रवाई

Adipurush Dialogue Controversy: स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से भगवान राम व उनकी कहानियों को गलत तरीके से पेश किया गया है।

Update:2023-06-18 18:59 IST
Swami Prasad Maurya (Photo-Social Media)

Adipurush Dialogue Controversy: आदिपुरुष मूवी को लेकर लगातार कंट्रोवर्षी बढ़ती ही जा रहा है। कभी रामायाण को लेकर अमर्यादित टिप्पड़ी करने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब आदिपुरुष को लेकर सवा खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि आदिपुरुष फिल्म में रामायाम के सभी पत्रों को अमर्यादित तरीके से दिखाया गया है। रामायण के सभी पात्र- मर्यादा पुरुषोत्तम राम, प्रकांड महारथी व विद्वान रावण, आज्ञाकारी भाई लक्ष्मण एवं आज्ञाकारी भक्त और सेवक व राजदूत हनुमान के माध्यम से मनोज मुन्तसिर एवं ओम राऊत दोनों कलाकारों ने अमर्यादित स्तरहीन गुंडे, मवाली व टपोरियों की भाषा बोलवाकर उपहास उड़ाया है।

उन्होंने कहा कि इस मूवी के माद्यम से भवगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के स्तर को गिराया गया है। क्या इससे हिन्दू धर्म के ठेकेदारों व सनातन धर्म का अपमान नहीं हुआ? यदि हुआ तो आतंकवादी भाषा बोलने साधु-संत व धर्म के ठेकेदार किस चूहें के बिल में घुस गए हैं, जो कल तक मेरी हत्या करने, धड़ से सिर अलग करने, तलवार से सिर काटने, जीभ काटने, नाक-कान व हाथ काटने के लिए उतावले हों गए थे।

उन्होंने कहा कि “उनकी बोलती आज बंद क्यों है? इसलिए न की मनोज मुन्तसिर और ओम राऊत ऊँची जाती के हैं। मैंने तो किसी धर्म, आराध्य पर कोई टिप्पणी भी नहीं की थी बल्कि हमने तो मात्र उन चौपाइयों के अंश को संशोधित व प्रतिबंधित करने की मांग की थी, जिसमे तुलसीदास जातीय कुंठा से ग्रसित होकर शूद्र वर्ण में आने वाली जातियों को व देश की समस्त महिलाओ को मारने-पीटने, प्रताड़ित करने, नीच व अधम कहने, नीच से भी नीच करार करने तथा अपमानित करने की बात कही थी। उससे मुक्ति दिलाकर उनके सम्मान का रास्ता प्रशस्त करने की बात की थी।“

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष (व्यापार) नें मूवी को बैन करने की अपील

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व्यापार रोहित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फिल्म आदि पुरुष को उत्तर प्रदेश में बैन करने के लिए पत्र लिख निवेदन किया। उपरोक्त विषय में निवेदन है कि 16 जून 2023 को रिलीज हुई फिल्म आदिपुरुष को उत्तर प्रदेश में प्रतिबंधित किया जाए। फिल्म निर्माताओं ने इस फिल्म को रामायण पर आधारित बताया है लेकिन इसका कोई भी किरदार हमारे धर्म ग्रंथों की मर्यादाओं के अनुसार नहीं है। फिल्म में अमर्यादित और फूहड़ भाषा का इस्तेमाल किया गया है। फिल्म में ऐसे डायलॉग हैं, जो सनातन आस्था और सनातन प्रेमियों के हृदय को ठेस पहुंचाते हैं।

फिल्म में दर्शाए गए रामायण के सभी पात्र रामायण की कहानी के बिल्कुल उलट हैं, यह हमारे धर्म ग्रंथों और हमारी संस्कृति पर कुठाराघात है। महोदय फिल्में समाज का दर्पण होती हैं, इस तरह की फिल्में जो हमारे धर्म ग्रंथों की कहानी को बिल्कुल गलत और अमर्यादित तरीके से दर्शाती हैं, इनसे आने वाली पीढ़ी हमारी धर्म और संस्कृति के बारे में बिल्कुल गलत धारणा बनाएगी। भविष्य के लिए ये निश्चित कहा जा सकता है कि धर्म विरोधी कुछ लोग इसी फिल्म के आधार पर हमारी संस्कृति और हमारे धर्म ग्रंथों पर कटाक्ष करेंगे। फिल्म आदिपुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के चरित्र को धूमिल करने और हमारी संस्कृति को मिटाने का एक गहरा षड्यंत्र है। फिल्म में धर्म ग्रंथों के अनुरूप एक भी दृश्य नहीं है और ना ही कोई पात्र मर्यादित तरीक़े से दर्शाया गया है। अतः इस फिल्म को उत्तर प्रदेश में प्रतिबंधित किया जाए, जिससे कि हमारे धर्म का अपमान रुक सके और हमारी संस्कृति के बारे में हमारी आने वाली पीढ़ियां कोई गलत धारणा ना बनाएं। महोदय आपसे निवेदन है कि उक्त विषय का तत्काल संज्ञान लेकर संबंधित विभागों को आदेश दें।

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