Milkipur Election : अब मिल्कीपुर में होगा सियासी घमासान, विधानसभा उपचुनाव का रास्ता साफ, केस वापसी की अर्जी हाईकोर्ट में मंजूर
Milkipur Election : उत्तर प्रदेश में अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर रास्ता साफ हो गया है।
Milkipur Election : प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने के बाद अब अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर भी उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है। इस सीट के संबंध में लखनऊ हाईकोर्ट में याचिका होने के कारण आयोग ने इस सीट पर उपचुनाव नहीं कराया था। जिस याचिका के कारण इस सीट पर उपचुनाव नहीं हो सका था,वह याचिका वापस हो गई है। लखनऊ हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले भाजपा नेता बाबा गोरखनाथ ने अपनी याचिका को वापस लेने की अपील की थी जिसे हाईकोर्ट ने मंजूर कर लिया है।
याचिका के वापस होने के बाद अब मिल्कीपुर में उपचुनाव कराने के रास्ते में कोई अड़ंगा नहीं रह गया है। ऐसे में अब आयोग की ओर से इस सीट पर उपचुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया है। माना जा रहा है कि इस सीट पर अगले महीने दिसंबर में उपचुनाव कराया जा सकता है। ऐसे में नौ सीटों पर उपचुनाव के बाद अब मिल्कीपुर में सपा और भाजपा के बीच बड़ा सियासी घमासान देखने को मिल सकता है।
सपा सांसद के वकील ने किया था विरोध
हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में मिल्कीपुर सीट के संबंध में दायर याचिका की सुनवाई कर रहे जस्टिस पंकज भाटिया की एकल पीठ ने याचिका को वापस लेने की मंजूरी दे दी है। मिल्कीपुर सीट पर चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी रहे बाबा गोरखनाथ ने उपचुनाव घोषित होने के दूसरे दिन ही याचिका वापस वापस लेने के लिए हाई कोर्ट में अर्जी लगा दी थी। फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद के वकील ने इसका विरोध किया था।
उनका कहना था कि इस मामले में सभी छह उम्मीदवारों को नोटिस भेजी जानी चाहिए। उन्होंने दलील दी थी कि इस मामले में सभी पक्षों को सुनने के बाद ही सुनवाई होनी चाहिए। इस पर जस्टिस भाटिया ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सभी पार्टियों को नोटिस जारी करने और अखबार में गजट प्रकाशित करने का निर्देश दिया था।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कसा था तंज
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा न किए जाने पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसा था। उनका कहना था कि जिसने जंग टाली है, समझो उसने जंग हारी है। हालांकि अखिलेश यादव ने एक्स पर अपनी पोस्ट में मिल्कीपुर या बीजेपी का जिक्र नहीं किया था मगर उनका इशारा साफ तौर पर इसी ओर था।
दिसंबर में हो सकता है उपचुनाव
अब हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने भाजपा नेता बाबा गोरखनाथ की याचिका वापस लेने की अपील को मंजूरी दे दी है। जानकारों का कहना है कि अब याचिका वापस होने के बाद चुनाव आयोग की ओर से किसी भी समय मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव का ऐलान किया जा सकता है। विधानसभा की किसी भी सीट को 6 महीने तक के ही रिक्त रखा जा सकता है।
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में पिछले चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने जीत हासिल की थी मगर जून में उनके सांसद बनने के बाद से यह सीट रिक्त पड़ी हुई है। अगले महीने सपा सांसद अवधेश प्रसाद के इस्तीफे को छह माह पूरे हो जाएंगे। ऐसे में में माना जा रहा है कि दिसंबर महीने के दौरान चुनाव आयोग की ओर से इस सीट पर उपचुनाव कराया जा सकता है।
भाजपा नेता गोरखनाथ का सपा पर हमला
हाईकोर्ट के आदेश के बाद बाबा गोरखनाथ ने कहा कि आज मेरी और एक निर्दलीय प्रत्याशी की याचिका वापस हो गई है। हम चाहते हैं कि मिल्कीपुर की जनता को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो और यहां तत्काल चुनाव कराए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग जल्द ही आज के फैसले का संज्ञान लेगा और मिल्कीपुर में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
बाबा गोरखनाथ में समाजवादी पार्टी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि याचिका वापसी के विरोध में वकील न खड़ा करने की बात करने वालों का भी पूरी तरह पर्दाफाश हो गया है। दरअसल सपा की ओर से आरोप लगाया गया था कि हार के डर से भाजपा उपचुनाव में अड़ंगा डाल रही है जिसे लेकर बाबा गोरखनाथ ने सपा को घेरा है।
मिल्कीपुर उपचुनाव पर होंगी पूरे देश की निगाहें
प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों पर हाल में चुनाव कराया गया था। नौ सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान भाजपा गठबंधन ने अपनी ताकत दिखाते हुए सात सीटें जीत ली थीं जबकि समाजवादी पार्टी को करहल और सीसामऊ विधानसभा सीट पर जीत मिली थी। अब मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर पूरे देश की निगाहें होंगी क्योंकि फैजाबाद में सपा के टिकट पर अवधेश प्रसाद की जीत पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी। समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे को टिकट देने का ऐलान पहले ही कर दिया था। भाजपा की ओर से बाबा गोरखनाथ को टिकट का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है।