साल में 1 दिन खुलती है ये दुकान: जानें क्यों और क्या है खासियत
देश में लाखों शहर हैं, हर शहरों की अपनी पहचान होती है। चाहे वह वहां की मिठाई हो या फिर कोई और खास वस्तु। सभी शहर अपने आप में खास होते हैं। ऐसे ही यूपी के प्रतापगढ़ के में एक ऐसी दुकान है जो कि साल भर में सिर्फ एक बार खुलती है..
लखनऊ: देश में लाखों शहर हैं, हर शहरों की अपनी पहचान होती है। चाहे वह वहां की मिठाई हो या फिर कोई और खास वस्तु। सभी शहर अपने आप में खास होते हैं। ऐसे ही यूपी के प्रतापगढ़ के में एक ऐसी दुकान है जो कि साल भर में सिर्फ एक बार खुलती है..
हैरान मत होइए! आइए आपको बताते हैं इसके बारे में..
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक ऐसी दुकान है, जिसका ताला साल के एक दिन ही खुलता है और जब इस दुकान को खोला जाता है, तो बाहरी ग्राहकों की लंबी कतारें लग जाती हैं। हर साल प्रतापगढ़ में लोग हर साल उस दिन का इंतजार करते हैं। अब आपके मन में यह सवाल आया होगा कि यह दुकान रात में क्यों खुलती है, आपको बता दें कि इस दुकान में मिलने वाले मालपुए इतने प्रसिद्ध हैं कि यह दुकान पिछले साठ सालों से बाजार में घुसपैठ कर रही है।
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हर साल हरे मानसून के दिन ही दुकान खुली रहती है। मालपुआ का स्वाद यहां के लोगों को आकर्षित करता है। जिस दिन से ये दुकानें खुली हैं, लोग गर्म सामान खरीदने के लिए तैयार हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मालपुआ का इस दुकान जैसा कोई स्वाद नहीं है। न केवल यह स्वादिष्ट है, उनकी सेवा शैली भी अद्वितीय है। इन सामानों को पलाश के पत्ते में वितरित किया जाता है।
कब खुलती है ये दुकान
इस 60 साल पुरानी दुकान के मालिक ओमप्रकाश पालीवाल हैं, जो चार पीढ़ी से यही काम करते आ रहे हैं। इस दुकान को साल में एक बार खोलने की वजह हरियाली अमावस्या है। यही वजह है कि हरियाली अमावस्या के दिन जब यह दुकान खुलती है, तो सुबह से ही लोग मालपुआ खरीदने के लिए लाइन में खड़े हो जाते हैं।