Gorakhpur: महीनों बाद अनलॉक होगें भारत-नेपाल सीमा से लगे 16 स्थान, देखें लिस्ट

भारत-नेपाल के विभिन्न नाकों को खोलने के संबंध में गृह मंत्रालय के सचिव महेश्वर मुनापे के नेतृत्व में समिति गठित की गई थी, जिसमें गृह, विदेश, वित्त व स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी शामिल थे।

Update:2021-01-30 10:32 IST
Gorakhpur: महीनों बाद अनलॉक होगें भारत-नेपाल सीमा से लगे 16 स्थान, देखें लिस्ट

गोरखपुर। भारत-नेपाल बॉर्डर पर रहने वालों दोनों देश के वाशिंदों और पर्यटन के दृष्टि से नेपाल जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। पिछले 24 मार्च से कोरोना के चलते बंद भारत-नेपाल सीमा जल्द खुलने वाली है। 16 बॉर्डर को लेकर नेपाल गृह मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। आदेश के बाद बॉर्डर से जवान तैयारियों में जुट गए हैं। सोनौली से आवाजाही की राहत नहीं मिलने से व्यापारियों में निराशा है।

भारत-नेपाल सीमा

भारत-नेपाल सीमा कोरोना के कारण 24 मार्च से बंद है। कोरोना के कारण 24 मार्च को नेपाल ने अपने देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके एक दिन बाद भारत में भी लॉकडाउन की घोषणा की गई। बॉर्डर बंद हुए सात महीने से अधिक का समय गुजर चुका है। बीते दिनों नेपाली कैबिनेट ने 15 नवंबर तक एक महीने के लिए बॉर्डर बंदी की अवधि बढ़ा दी थी। तब उम्मीद जगी थी कि नये साल में बॉर्डर खुल जाएगा और लोग नये साल का जश्न हिमालय की गोद में मना सकेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुअआ। खैर, अब सीमा खोलने के संबंध में नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रस्ताव पर मंत्री परिषद की सहमति के बाद दोनों देशों के बीच आवागमन जल्द शुरू हो सकता है।

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महेश्वर मुनापे की समिति ने दी अनुमति

भारत-नेपाल के विभिन्न नाकों को खोलने के संबंध में गृह मंत्रालय के सचिव महेश्वर मुनापे के नेतृत्व में समिति गठित की गई थी, जिसमें गृह, विदेश, वित्त व स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी शामिल थे। समिति ने स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए सीमा खोलने की सहमति दी थी। इस रिपोर्ट के बाद गृह मंत्री रामबहादुर थापा ने 16 नाकों को खोलने के लिए मंत्रि परिषद को प्रस्ताव पेश किया था। हालांकि सीमा खोलने के संबंध में आधिकारिक रूप से कोई पत्र नेपाल के बेलहिया व महेशपुर भंसार कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन अधिकारी इसकी सीमा खोलने की तैयारी में जुटे हैं। नेपाल के रूपनदेही जिले के सीडीओ पीतांबर शर्मा ने बताया कि सीमा खोलने का अधिकार पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। जैसे ही आदेश मिलेगा आवागमन शुरू करा दिया जाएगा।

इन सीमाओं को खोलने की मिली अनुमति

पश्चिमी नवलपरासी के महेशपुर, त्रिवेणी, खाजूरगाछी, बंटाबारी, कुनौली, जटही, इनारवा, विट्टमोदी, मलंगगांव, बुकल, मटियबारा, सीरमगढ़, तुलियहवा, कोइलाबास, सूरजपुर व तातोपानी सीमा खोलने का निर्णय लिया गया है।

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सोनौली से गुजरेंगे सिर्फ मालवाहक वाहन

नेपाल से लगे 16 सीमाओं को खोलने को लेकर भले ही कोशिशें शुरू हो गई हों लेकिन सबसे महत्वपूर्ण सोनौली बॉर्डर पर सिर्फ मालवाहक वाहनों की अनुमति पूर्व की तरह रहेगी। हालांकि विशेष परिस्थितियों में सुरक्षा बलों द्वारा पहचान पत्र दिखाने के बाद लोगों को आवागमन की अनुमति दे दी जा रही है। सोनौली सीमा पर रहने वाले दिनेश त्रिपाठी बताते हैं कि इतने लंबे समय तक नेपाल बॉर्डर इसके पहले कभी बंद नहीं हुआ था। बॉर्डर बंदी के कारण दोनों देशों के सीमावर्ती कस्बे और गांवों के लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। नेपाल सरकार चीन के दबाव में रोटी-बेटी के रिश्तों को खराब करने पर अमादा है।

रिपोर्ट- पूर्णिमा श्रीवास्तव

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