Sonbhadra News: वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर सफर हुआ महंगा, जताया विरोध
Sonbhadra News: पूर्वांचल नव निर्माण मंच और पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के लोगों ने जहां नाराजगी जताई है। वहीं राज्य सरकार से बढ़ी दरें वापस लेने की मांग की है।
Sonbhadra News: वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग पर पहली अप्रैल से सफर महंगा हो गया है। लगभग 10 प्रतिशत तक वृद्धि सामने आई है। बढ़ी दरें शनिवार से लागू भी कर दी गई हैं। अब 115 किमी हाइवे पर एक तरफ के सफर के एवज में जहां छोटे वाहनों को 320 रूपये अदा करने पड़ेंगे। वहीं भारी वाहनों को 1435 रूपये से 2270 रूपये की अदायगी करनी पड़ेगी। इसको लेकर पूर्वांचल नव निर्माण मंच और पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के लोगों ने जहां नाराजगी जताई है। वहीं राज्य सरकार से बढ़ी दरें वापस लेने की मांग की है। हाइवे पर टोल वसूली के एवज में किए गए करार के क्रम में दी जाने वाली जनसुविधाओं को शून्य होने का भी आरोप लगाया गया है। कई जगहों पर कार्य अधूरा होनेध्प्रकाश की सुविधाएं नदारद होने के बावजूद, दरों में वृद्धि को, जनविरोधी बताया है।
सिर्फ टोल टैक्स वसूली पर ध्यान, जनसुविधाएं नदारदः पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट पवन कुमार सिंह, संदीप जायसवाल, रामगोपाल दूबे, मनीष रंजन, अनिल कुमार सिंह आदि का कहना था कि प्रदेश के अतिपिछड़े जनपदों में सोनभद्र आता है। बावजूद वाराणसी शक्तिनगर राजमार्ग पर साफ-सफाई, रंग- रोगन, निर्देश बोर्ड और जन सुविधाओं के नाम पर की की जाने वाली व्यवस्था शून्य है। डाला से लोढ़ी तक सड़क के आधे भाग पर बालू मोरंग और भस्सी का अंबार फैला है। इससे लोग दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं। असमय जान जा रही है। मरम्मत के नाम पर बग्घा नाला, चोपन सोन पूल, राबर्ट्सगंज व हिंदुआरी फ्लाई ओवर पर अब तक अंधेरा कायम है। जाम में फंसकर एंबुलेंस सफर वाले मरीज की मौत जग जाहिर है। कहा कि अभी दो महीने पहले ही रोडवेज बसों का 25 परसेंट तक किराया बढ़ाया गया था। अब इस टोल टैक्स से रोडवेज किराए में भी और बढ़ोत्तरी हो जाएगी।
बढ़ी दरें नहीं हुई वापस तो करेंगे आंदेालनः पूर्वांचल नव निर्माण मंच
पूर्वांचल नव निर्माण मंच के उपाध्यक्ष गिरीश पांडेय ने कहा कि जहां एक तरफ बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी बड़ी चुनौती बनी हुई है। वहीं सोनभद्र के लाइफलाइन का दर्जा रखने वाले वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर सफर महंगा बनाकर, जनता पर महंगाई का एक और बोझ डाल दिया गया है। कहा कि निर्माण के समय सड़क की गुणवत्ता और मानकों की तो अनदेखी की ही गई, अब बगैर जनसुविधाओं के ख्याल रखे, हर साल 10 से 15 प्रतिशत टोल प्लाजा वसूली दर बढ़ाया जाना, जनता के जेब पर डाका डालने जैसा है। बताया कि बढ़े दर को वापस लेने के लिए, मुख्यमंत्री को पत्रक भेज हस्तक्षेप की मांग की गई है। अगर दर नहीं घटाई जाती है मामले को लेकर पूर्वांचल नव निर्माण मंच आंदोलन का रास्ता अपनाएगा।