Umesh Pal Murder Case: 5 शूटरों की तलाश में जुटी यूपी पुलिस की 22 टीमें, वारदात के 21 दिन बाद भी हाथ खाली
Umesh Pal Murder Case: यूपी पुलिस पांचों पर ढ़ाई-ढ़ाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर चुकी है। इनके पीछे पुलिस की 22 टीमें लगी हुई हैं, जिनमें एसटीएफ और एसओजी भी शामिल है।
Umesh Pal Murder Case: चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के 21 दिन हो चुके हैं लेकिन यूपी पुलिस अभी तक उन पांच शूटरों को दबोच नहीं पाई है, जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। इन पांचों शूटर में माफिया अतीक अमहद का तीसरे नंबर का बेटा असद अहमद भी शामिल है। यूपी पुलिस पांचों पर ढ़ाई-ढ़ाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर चुकी है। इनके पीछे पुलिस की 22 टीमें लगी हुई हैं, जिनमें एसटीएफ और एसओजी भी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, हर शूटर के पीछे तीन टीमों को लगाया गया है। तीन टीमों को कॉल डिटेल्स और सर्विलांस के लिए लगाया गया है, जबकि चार टीमें पूछताछ और तलाशी के दौरान मिलने वाली अहम जानकारियों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी हुई हैं। अतीक के बेटे असद के अलावा जिन अन्य चार शूटरों की तलाश है, वो हैं मोहम्मद गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान।
दर्जनों राज्य और दो देशों में छापा
उमेश पाल को मौत के घाट उतारने वाले पांच शूटरों की तलाश में न केवल देश के अंदर बल्कि बाहर भी जारी है। यूपी एसटीएफ की विभिन्न टीमें बिहार, एमपी, पश्चिम बंगाल समेत 13 राज्य में 500 ठिकानों पर रेड मार चुकी है। इसके अलावा नेपाल और थाईलैंड में भी कई जगहों पर छापेमारी हुई है। हालांकि, एसटीएफ को फिलहाल कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
पांचों शूटर नेपाल फरार
गुजरात के साबरमती जेल में बंद कुख्यात बाहुबली अतीक अहमद के इशारे पर उमेश पाल की हत्या को बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। वारदात को अंजाम देने से पहले इसकी प्लानिंग की गई कि कौन कहां जाकर छिपेगा? यही वजह है कि दिन के उजाले में सबके सामने किसी फिल्मी स्टाइल में आरोपियों ने गोलियों और बमों से अपने टारगेट को मार गिराया और फिर आराम से निकल लिए।
बताया जाता है घटना के बाद पूरा गिरोह रायबरेली होते हुए सुल्तानपुर पहुंचा और फिर वहां से अयोध्या बॉर्डर होते हुए बहराइच के रास्ते नेपाल में दाखिल हो गए। इधर, जब तक प्रयागराज पुलिस घटना के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही थी, तब तक पांचों शूटर अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर चुके थे। बताया जा रहा है कि नेपाल पहुंचकर पांचों ने अलग-अलग जगहों पर शरण ले रखी है।
एसटीएफ को मिली एक और बड़ी कामयाबी
गुरूवार को उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों की तलाश में जुटी एसटीएफ को बड़ी सफलता तब मिली, जब उसके हत्थे माफिया अतीक अहमद का एक करीबी चढ़ा। इस शख्स का यूपी के साथ-साथ नेपाल में भी काफी प्रभाव बताया जाता है। प्रयागराज के मऊआइमा के रहने वाले इस शख्स का नाम कय्यूम अंसारी है। एसटीएफ को पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। यही वह शख्स है, जिसने पांचों शूटरों को नेपाल भागने में मदद की।
नेपाल का रसूखदार व्यवसायी है कय्यूम अंसारी
कय्यूम अंसारी का भी एक आपराधिक बैकग्राउंड है। पहले भी उसका पुलिस से आमना-सामना हो चुका है। उसे माफिया डॉन अतीक का काफी करीबी बताया जाता है। उसने नेपाल में बड़े पैमाने पर बिजनेस फैला रखा है। जानकारी के मुताबिक, कपिलवस्तु जिले के चंद्रौटा में अंसारी डीजल्स नामक उसका एक पेट्रोल पंप है। अंसारी के यूपी के साथ-साथ नेपाल के भी बड़े एवं प्रभावशाली राजनेताओं से अच्छे संबंध हैं। यूपी पुलिस को उम्मीद है कि कय्यूम अंसारी की मदद से फरार शूटरों तक पहुंचना आसान होगा।
अतीक ने हत्या की रची थी साजिश
उमेश पाल की हत्या के बाद खूद को फंसाने का आरोप लगाने वाला अतीक परिवार का सारा खेल अब सामने आ रहा है। ये अब साफ हो चुका है कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ही है, जो लंबे समय से उमेश की हत्या करना चाहता था ताकि एकबार लोगों में उसके खौफ और आतंक का डर बसे। जो पिछले कुछ सालों में काफी कम हो गया था।
बरेली जेल में बंद अतीक का भाई अशरफ इस साजिश का दूसरा बड़ा किरादर है। जेल के बाहर अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सारे प्रबंधन का काम संभाला और जमीन पर उतरकर हमले को खुद लीड किया उसके तीसरे बेटे असद अहमद ने। साबिर के साथ वीडियो में नजर आने के बाद से अतीक की पत्नी शाइस्ता भी फरार चल रही हैं।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में उनक घर के बाहर दिनदहाड़े कर दी गई थी। हमलावरों गोलियों और बमों से उमेश और उनके दो सरकारी गनरों को मौत के घाट उतार दिया।
उमेश की पत्नी जया पाल की शिकायत पर माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके पांचों बेटे, जेल में बंद उसके भाई समेत 14 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। वारदात के दिन घटनास्थल पर मौजूद 7 आरोपियों में से 2 अरबाज और उस्मान का पुलिस एनकाउंटर कर चुकी है। शेष पांच की तलाश जारी है।