उन्नाव रेप: सुनवाई से पहले डॉक्टर की ऐसे हुई मौत, पीड़िता के पिता का किया था इलाज
उन्नाव रेप मामले की पीड़िता के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय ने ही उन्नाव रेप केस की पीड़िता के पिता का इलाज किया था।
नई दिल्ली: उन्नाव रेप मामले की पीड़िता के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय ने ही उन्नाव रेप केस की पीड़िता के पिता का इलाज किया था।
जब पीड़िता के पिता को मारपीट के बाद जिला अस्पताल लाया गया था तब डॉक्टर प्रशान्त ही इमरजेंसी में थे। उन्होंने ही पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया था। इसके बाद जब मामले की सीबीआई जांच शुरू की गई तो इसी डाक्टर को सस्पेंड कर दिया गया था और काफी समय बाद इनकी बहाली हुई थी।
इस समय फतेहपुर में डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय तैनात थे। सोमवार को सदिंग्ध परिस्थितियों में डॉक्टर की मौत हो गई।
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गौरतलब है कि इसी केस से जुड़े मामले में तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई है। रिपोर्ट के मुताबिक डॉ प्रशांत उपाध्याय मधुमेह से पीड़ित थे।
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बता दें कि एक्सिडेंट के बाद पीड़िता का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था, लेकिन अब उसको अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। महिला आयोग ने दिल्ली में ही पीड़िता को रहने के लिए आवास दिया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ उन्नाव रेप केस में ट्रक की टक्कर से घायल वकील महेंद्र सिंह की सेहत की रिपोर्ट एम्स ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है।
महेंद्र सिंह की सेहत की रिपोर्ट में कहा गया कि महेंद्र सिंह का इलाज पूरा हो चुका है। अब इससे ज्यादा इलाज की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने महेंद्र सिंह के परिवार से कहा है कि वो उन्हें कहीं और ले जाकर इलाज कराना चाहते हैं तो ले जा सकते हैं।
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बता दें कि पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को 2017 के उन्नाव रेप मामले में पिछले महीने दिल्ली की एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने सेंगर पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। इसमें से 10 लाख रुपये पीड़िता को दिए जाएंगे और 15 लाख रुपये अभियोजन को मिलेंगे।