लखनऊ में गुड़ महोत्सव: 6 मार्च से सीएम करेंगे शुरुआत, यूपी को मिलेगा इतना फायदा

झांसी में स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल के बाद अब योगी सरकार लखनऊ में गुड़ महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। 6 मार्च को सीएम योगी गुड़ महोत्सव का उद्घाटन कर इसकी शुरूआत करेंगें।

Update: 2021-03-03 14:01 GMT

लखनऊ- राजधानी लख़नऊ में मार्च में दो दिवसीय राज्य गुड़ महोत्सव का आगाज होने जा रहा है। 6 मार्च से शुरू हो रहे गुड़ महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करने वाले हैं। महोत्सव में गुड़ के गुणों पर चर्चा होगी। आयुष विभाग के विशेषज्ञ गुड़ के औषधीय खूबियों के बारे में बताएंगे।

लखनऊ में दो दिवसीय राज्य गुड़ महोत्सव का आगाज

दरअसल, झांसी में स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल के बाद अब योगी सरकार लखनऊ में गुड़ महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। 6 मार्च को सीएम योगी गुड़ महोत्सव का उद्घाटन कर इसकी शुरूआत करेंगें। इस महोत्सव का मकसद गुड़ की विशेषताओं से लोगो को अवगत कराना और उत्पादन की दृष्टि से इसे बढ़ावा देना है। कई विभागों के लोग इसमें शामिल होंगे।

6 मार्च को सीएम योगी करेंगे गुड़ महोत्सव का उद्घाटन

ऐसे में गुड़ महोत्सव के दौरान आयुष विभाग के विशेषज्ञ गुड़ के औषधीय गुणों के बारे में बताएंगे। विषय विशेषज्ञ गुड़ और इसके सह उत्पादों की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इस चर्चा में पैकेजिंग एवं मार्केटिंग, ई बिजनेस, ई मार्केटिंग एवं निर्यात की संभावना आदि विषय शामिल होंगे। गुड़ के उत्कृष्ट उत्पाद बनाने वाले भी अपने अनुभव साझा करेंगे।

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वहीं गन्ना विभाग के विशेषज्ञ गन्ने की खेती को और लाभकारी बनाने के लिए सहफसली खेती,उन्नत प्रजातियों के बारे में चर्चा करेंगे।

नवाबों के शहर में होगी गुड़ के गुणों पर चर्चा

गुड़ के उत्पादन एवं व्यापार से जुड़े उद्यमियों को विशेषज्ञ के गुड़ उत्पादन के लिए उपलब्ध अत्याधुनिक तकनीक, उत्पाद विविधता, भण्डारण, विपणन एवं निर्यात संबंधी विविध पहलुओं के बारे में बताएंगे।

इतना ही नहीं, गुड़ के सर्वश्रेष्ठ उत्पाद बनाने वाले तीन स्टाल लगाने वालों को सरकार की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन 6 और 7 मार्च को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान मे होगा।

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गुड़ के औषधीय गुणों के बारे में बताएंगे आयुष विभाग के विशेषज्ञ

बता दें कि भारतीय परंपरा में गुड़ का विशेष स्थान है। पूजा की थाली से लेकर खाने की थाली तक इसकी जरूरत होती है।परंपरा में रचे बसे हाेने के कारण गुड़ को लेकर ढेर सारे मुहावरे भी प्रचलित हैं। चरक संहिता में भी गुड़ के औषधीय गुणों का जिक्र है। यूं भी गुड़ में चीनी की तुलना में आयरन , कैलसियम और जरूरी मिनरल अधिक मात्रा में मिलते हैं।

यूपी में गुड़ का बढ़ेगा बाजार, मिलेगा रोजगार

वहीं प्रदेश में गुड़ का उत्पादन स्थानीय स्तर के लघु एवं कुटीर उद्योगों में होता है। मौजूदा समय में उप्र में 261 पावर क्रेशर और लगभग 5650 कोल्हुओं द्वारा गुड़ का उत्पादन किया जा रहा है । ऐसे में गुड़ और इसके प्रसंस्कृत उत्पाद स्थानीय स्तर पर रोजगार का भी जरिया बनेंगे।

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गन्ना सूबे की सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसल है। इसलिए गुड़ एवं इसके प्रसंस्कृत उत्पादों के जरिए गुड़ उद्योग के विकास के साथ गन्ना किसनाें को पास में ही बेहतर दाम मिलने से उनकी आय बढ़ेगी। इसका लाभ किसानों के साथ इससे जुड़े सभी लोगों, जैसे उद्योग से सम्बन्ध रखने वाले, उत्पादन और व्यापार करने वाले उद्यमी, गुड़ उत्पादन में प्रयुक्त होने वाली मशीनरी के निर्माता व गुड़ के उपभोक्ता को मिलेगा।

सर्वश्रेष्ठ तीन स्टालों का मिलेगा इनाम

गुड महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव गन्ना संजय भूसरेड्डी ने बताया कि आयोजन का मकसद लोगाें को गुड़ के औषधीय लाभ के प्रति जन को जागरूक करना है। इसके साथ गुड़ उत्पादकों को गुणवत्ता के गुड़ और उससे जुड़े उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित करना है। यह महोत्सव गुड़ उत्पादकों , तकनीशियन , मशीनरी निर्माताओं एवं क्रेताओं के बीच बेहतर तालमेल का जरिया बनेगा। इसमें देश एवं प्रदेश के गुड़ उत्पादकों द्वारा स्टॉल लगाये जायेंगे ।

ओडीओपी को भी मिलेगा प्रोत्साहन

गुड महोत्सव से किसानों के लिए तो फायदा होगा ही साथ ही ओडीओपी को भी बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब है कि गन्ना मुजफ्फरनगर और अयोध्या जिले का ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) है। मुख्यमंत्री अपनी इस पसंदीदा योजना को लेकर बेहद संजीदा हैं। यही वजह है कि पहला गुड़ महोत्सव मुजफ्फरनगर में आयोजित हुआ था। लखनऊ में इसके आयोजन से अयोध्या सहित पूर्वांचल के गन्ना किसानों को गुड़ के प्रसंस्कृत उत्पाद बनाने की प्रेरणा मिलेगी।

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