बेटियों का यूपी: योगी का बड़ा प्रयास, महिलाओं के सबसे बड़े अभियान का होगा आगाज
योगी सरकार साल की शुरुआत के साथ ही मिशन शक्ति अभियान के तहत बेटियों को सम्मान दिलाने व शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए बड़ा आयोजन करने जा रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जब सस्ता में आई तो उन्होंने अपने लक्ष्यों में महिला सुरक्षा और सम्मान को शीर्ष पर रखा। तभी तो एंटी रोमियो स्वाक्ड से लेकर महिलाओं के स्वावलंबन, महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए मिशन शक्ति, थाने, तहसीलों और ब्लाकों में महिला हेल्प डेस्क, महिलाओं से छेड़खानी, यौन शोषण करने वाले दोषियों के पोस्टर चौराहों पर लगाने की पहल और हाल में ही लव जिहाद कानून बनाने जैसे कई बड़े फैसले लेकर यूपी में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की दिशा में काम किया।
जनवरी-फरवरी माह में मिशन शक्ति अभियान का आयोजन
इसी कड़ी में अब योगी सरकार साल की शुरुआत के साथ ही मिशन शक्ति अभियान के तहत बेटियों को सम्मान दिलाने व शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए बड़ा आयोजन करने जा रही है। इसके तहत जनवरी-फरवरी माह में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश में पहली बार महिलाओं व बेटियों के लिए इतने बड़े स्तर का अभियान शुरू होने जा रहा है। जहां इसे लेकर सरकार पर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, वहीं लोगों में इस कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साह है।
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प्रदेश की आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए सरकार के इस प्रयास से महिलाओं और बेटियों को न केवल सरकारी योजनाओ की जानकारी मिलेगी, साथ ही उनको इन योजनाओं का लाभ भी सीधे तौर पर मिल रहा है।
सरकारी अस्पतालों में 22 जनवरी से जन्मी बेटियों का मनाया जाएगा जन्मदिन
22 जनवरी से कार्यक्रम की शुरुआत होगी, जिसके अंतर्गत सरकारी अस्पतालों में जन्मी बच्चियों का जन्मदिन मनाया जायेगा। बेटी के जन्म की खुशियां, उनके परिवार के साथ अस्पताल और सरकार दोनों मिल कर मनाएंगे। इस ख़ुशी के मौके पर माँ और बेटी को योगी सरकार उपहार भी देगी।
20 जनवरी तक जन्म लेने वाली बेटियों की संख्या के बराबर वृक्षारोपण
इसके साथ ही यूपी के जनपदों में एक जनवरी से 20 जनवरी तक जन्म लेने वाली बेटियों की संख्या के बराबर वृक्षारोपण का कार्य भी किया जाएगा। बता दें कि इन वृक्षों के संरक्षण का दायित्व पुरूषों को सौंपा जाएगा। बालिकाओं के निम्न लिंगानुपात वाले ब्लॉकों की सभी ग्राम सभाओं से डिजिटल एनालॉग गुड्डा-गुड्डी बोर्ड की शुरूआत की जाएगी। इसका क्रियान्वन करते हुए समस्त ग्राम पंचायतों में छह माह के अंदर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ-साथ ग्राम पंचायत विकास योजनाओं में भी इसे शामिल किया जाएगा।
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प्रशासन की पाठशला कार्यक्रम का आयोजन
प्रदेश में बेटियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए अभियान के जरिए प्रशासन की पाठशला कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसके तहत उन बालिकाओं और महिलाओं की काउंसलिंग की जाएगी जो विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं जैसे पुलिस, फौज, एयरफोर्स समेत मेडिकल, इंजीनियरिंग व उद्योग जगत में आगे बढ़ने का सपना देख रहीं हैं। कार्यक्रम में जिलाधिकारियों व उच्चधिकारियों द्वारा ऑफलाइन व ऑनलाइन कैरियर काउंसलिंग शिविरों का आयोजन कर उनकी काउंसलिंग की जाएगी।
जिलाधिकारी संग किशोरियों व महिलाओं की हक की बात
मिशन शक्ति अभियान के तहत हक की बात जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश स्तर पर 24 फरवरी को किया जाएगा। इस बार जिलाधिकारी किशोरियों व महिलाओं से दो घंटें तक संवाद स्थापित कर यौन शोषण, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैगिंक हिंसा और दहेज उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर बात करेंगे। इन मुद्दों पर महिलाओं व बेटियों को संरक्षण, सुरक्षा, सुझाव और सहायता भी देंगें। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारी वेबिनार, चौपालों, ऑनलाइन बैठक और वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए किशोरियों व महिलाओं से रूबरू होगें।
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