लखनऊ: यूपी के एटा जिले के कासगंज में हुई हिंसा के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर के नेतृत्व में बुधवार (31 जनवरी) को कासगंज जाने वाले प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने मौके पर जाने की अनुमति नहीं दी है। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल को कासगंज जाने से रोक दिया।
कासगंज हिंसा के बाद राजबब्बर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मृतक चंदन गुप्ता के परिजनों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने के लिए जा रहा था। इससे पहले मंगलवार को चंदन के परिवार से मिलने आ रहे अलीगढ़ बजरंग दल के जिला संयोजक धर्मवीर सिंह लोधी और उनके साथियों को मिशन चौराहे के पास पुलिस ने रोक दिया था। उन्हें संघ कार्यालय जाना था लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी थी।
साक्षी महाराज ने कांग्रेस पर मढ़ा था हिंसा का आरोप
वहीं, मंगलवार को ही उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कासगंज हिंसा को एक बड़ी साजिश करार देते हुए इसके पीछे कांग्रेस का हाथ बताया था।साक्षी महाराज ने कहा था, कि 'इस दंगे के पीछे पूरी तरह से कांग्रेस है। दरअसल, विपक्ष इस बात से परेशान है कि मोदी और योगी सरकार में दंगे क्यों नहीं हो रहे।'
आईएएनएस