UP Nikay Chunav 2023: हाईप्रोफाइल बना रायबरेली का निकाय चुनाव, भाजपा नेताओं ने डाला डेरा
UP Nikay Chunav 2023: माना जा रहा है कि भाजपा 2024 से पहले नगरीय निकाय चुनाव को सेमीफाइनल की तरह देख रही है। इसलिए किसी भी तरह की कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। दरअसल, सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से निकला संदेश देश की राजनीति में दूर तक जाता है।
Raebareli News: यूपी के नगरीय निकाय चुनाव में जितनी सक्रियता रायबरेली को लेकर भाजपा में नजर आ रही है, उतनी मेयर के अलावा अन्य किसी जनपदों की सीट पर नहीं दिख रही है। यहां सीएम योगी की जनसभा हो चुकी है। इससे पूर्व व इसके बाद भी लगातार पार्टी के मंत्री, विधायक यहां दौरा कर रहे हैं और कुछ डेरा जमाए बैठे हैं। सोनिया गांधी का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली के निकाय चुनाव में भाजपा की इतनी सक्रियता को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने की बैठक
माना जा रहा है कि भाजपा 2024 से पहले नगरीय निकाय चुनाव को सेमीफाइनल की तरह देख रही है। इसलिए किसी भी तरह की कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। दरअसल, सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से निकला संदेश देश की राजनीति में दूर तक जाता है। इसलिए नगर पालिका और नगर पंचायतों के चुनाव को लेकर बीजेपी के नेतृत्व का डेरा रायबरेली में लगातार जमा हुआ है। बुधवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कार्यकर्ताओं और संगठन पदाधिकारियों के साथ यहां बैठक की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया, कहा कि हर घर पर दस्तक देना और हर बूथ को मजबूत रखना कार्यकर्ताओं का लक्ष्य होना चाहिए। रायबरेली पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि उनके समय में विकास हुआ नहीं, इसलिए उन्हें नहीं दिख रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने नगर से लेकर गांव तक विकास किया है। उन्होंने प्रत्याशी चयन पर भी अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अखिलेश जी अपना कुनबा संभालें। हम प्रत्याशियों के चयन कार्यकर्ता स्तर तक करते हैं।
दिनेश प्रताप सिंह और वीरेंद्र तिवारी कर रहे कैंप
रायबरेली में 9 नगर पंचायत और एक नगरपालिका है। जिसको लेकर लोकसभा प्रभारी वीरेंद्र तिवारी, रायबरेली प्रभारी प्रतिभा शुक्ला, स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह लगातार यहां डेरा डाले हुए हैं। यह लोग लगातार कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ संपर्क में रहकर हालात पर नजर बनाए हुए हैं।