UP Nikay Chunav 2023: कांग्रेस मेयर प्रत्याशी प्रभा शंकर मिश्र की Newstrack से खास बातचीत, अपनी जीत को लेकर हैं आश्वस्त
UP Nikay Chunav 2023: महापौर बना तो निश्चित ही शहरवासियों की समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकताएं होंगी। पंडित जवाहर लाल नेहरू की जन्मस्थली से चुनाव लड़ रहे प्रभाशंकर मिश्रा। इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबे समय से वकालत कर रहे प्रभाशंकर मिश्र कहते हैं कि मेरे साथ शहर की जनता है और 50 हजार वकील हैं।
UP Nikay Chunav 2023: नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है।पहले चरण का मतदान 4 मई को होना है । 4 मई को प्रयागराज में भी चुनाव है। ऐसे में मेयर पद के लिए कांग्रेस पार्टी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व बार एसोसिएशन के महासचिव प्रभा शंकर मिश्र को अपना उम्मीदवार बनाया है। Newstrack से खास बातचीत करते हुए प्रभा शंकर मिश्र ने कहा कि आम जनता का प्यार उनको मिल रहा है और उनकी जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि मैं एक अधिवक्ता हूं, मेरी लड़ाई किसी प्रत्याशी से नहीं है। मेरे साथ जनता का आशीर्वाद है। जनता पर मुझे भरोसा है कि वह मेरा साथ देगी।
महापौर बना तो निश्चित ही शहरवासियों की समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकताएं होंगी। पंडित जवाहर लाल नेहरू की जन्मस्थली से चुनाव लड़ रहे प्रभाशंकर मिश्रा। इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबे समय से वकालत कर रहे प्रभाशंकर मिश्र कहते हैं कि मेरे साथ शहर की जनता है और 50 हजार वकील हैं। मैं अपनी लड़ाई किस भी दल से नहीं मानता हूं। महापौर बना तो गृह कर और जल कर कम करूंगा । जो 400 गुना बढ़ाया गया है।
यह तो गलत फ़ैसला है। रेवड़ी व्यापारी, फुटपाथ पर दुकान चलाने वालों के लिए स्थायी व्यवस्था करूंगा। इन्हें जो आए दिन यहां से वहां भगाया जाता है, वह समस्या खत्म होगी। युवाओं को रोजगार देने का प्रयास होगा ताकि वह अपने शहर में ही रहकर नौकरी करें। इलाहाबाद शहर में तमाम ऐसे पार्क हैं, जहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है, उसके सुंदरीकरण के लिए काम करूंगा। पेयजल के साथ साथ सड़क किनारे पौधारोपण भी कराने की योजना बनाऊंगा ताकि शहर में चारों तरफ हरियाली ही दिखे।
प्रभाशंकर मिश्र ने न्यूज ट्रैक को बताया कि वह मूलत इस जनपद के नवाबगंज के पास मलाक बलऊ गांव के वह रहने वाले हैं। पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई है। यहीं से बी ए और एलएलबी की पढ़ाई की। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत शुरू की। मेरे परिवार की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है। अपने परिवार में मैं पहला इकलौता सदस्य हूं जो पहली बार राजनीति में उतरा हूं। महापौर का चुनाव लड़ रहा हूं। पत्नी भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में जॉब करती हैं। बेटा भी वकालत करता है जबकि बेटी जॉब में है।