अमिताभ बच्चन, कालिया, अपराध और यूपी पुलिस... जवाब सुनकर हो जाएंगे दंग
यूपी में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए जहां एक तरफ यूपी पुलिस एनकाउंटर का सहारा ले रही है। वहीं दूसरी तरह अब लोगों को जुर्म की दुनिया में कदम रखने से रोकने के लिए सोशल मीडिया(ट्विटर, फेसबुक और इन्स्टाग्राम) का भी भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है।
लखनऊ: यूपी में अपराध को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों के इनकाउंटर के लिए चर्चा में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हर हाल में क़ानून व्यवस्था दुरुस्त करने का आदेश दे रखा है।
लेकिन अपराधियों पर कार्रवाई के साथ-साथ यूपी पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर आकर्षक तरीके से लोगों को अपराध के खिलाफ आगाह भी कर रही है।
यूपी पुलिस का एक ऐसा ही ट्वीट चर्चा में हैं, जिसमें अपराध के खिलाफ आगाह करने के लिए पुलिस ने अमिताभ बच्चन की एक चर्चित फिल्म कालिया के एक मशहूर डायलॉग का सहारा लिया है।
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यहां पढ़ें यूपी पुलिस का ये रोचक ट्वीट
इसमें फिल्म के एक दृश्य की फोटो लगाई गयी है, जिसमें अमिताभ बच्चन और प्राण नज़र आ रहे हैं, और लिखा है- 'अपराधी जब जुर्म के घोड़े पर सवार होकर जरायम की सड़क पे दौड़ता है तो वो भूल जाता है कि ये सड़क जेल की काल कोठरी में खत्म होती है या पुलिस से मुठभेड़ में !'
यूपी पुलिस पहले भी कर चुकी है ऐसे ट्वीट
यूपी पुलिस का यह ट्वीट अमरोहा पुलिसकर्मी हत्याकांड के बाद आया है जिसमें कैदियों ने दो पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। यूपी पुलिस के इस ट्वीट में हैशटैग के साथ कई संदेश (#UPAgainstCrime #JurmNaKar #KaalNaBula #KaaliaNaBan #JurmLeadsToJail) लिखे हैं।
मजे की बात ये है कि यूपी पुलिस के इस ट्वीट के बाद से लोगों ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रियाएं दी है। ये सिलसिला आगे भी जारी है। किसी ने मजेदार ट्वीट से यूपी पुलिस के काम की सराहना की है तो किसी ने तंज कसते हुए उसे अपराध रोकने में फेल बताया है।
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यहां पढ़ें किसने क्या क्या?
वरिष्ठ पत्रकार नवल कांत सिन्हा ने कालिया फिल्म का ही अमिताभ बच्चन के डायलाग को ट्विस्ट करते हुए लिखा- ‘पुलिस वाले साहब... आपने जेल की सलाखों का केवल लोहा ही देखा है, अपराधियों और नेताओं के गठजोड़ का फौलाद नहीं देखा...’
इसका जवाब यूपी पुलिस के अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने मज़ाक के लहजे में दिया- ‘कलम वाले साहब, लोहे में जंग लग सकती है , पीतल का इस्तेमाल बेहतर है ।‘
दीपक कुमार ने लिखा है, “ आपने(यूपी पुलिस) जेल की दीवारों और जंजीरों का लोहा देखा है ‘जेलर साहब’...कालिया की हिम्मत का फौलाद नहीं देखा”
"Aap ne jail ki deewaron aur zanjeeron ka loha dekha hai jailer sahab ... Kaalia ki himmat ka faulaad nahi dekha"
देखिये फिल्म का ये डायलाग-
गुड्डू ने लिखा है, “पहना दो सिर से पांव तक जितना लोहा है जेल में, पक्षी फिर भी उड़ जाएगा। हा... हा
, कौन किसी को बांध सका। शायद तो एक दीवाना है।
मन्नो ने लिखा है, “ योगी सरकार भी record है, इनकी जेल से संगीन से संगीन क़ैदी जो बाहर गया है उसने ऊपर वाले के दरबार में दुआ माँगी है तो एक ही दुआ माँगी है की दोबारा जेल जाए तो योगी सरकार की जेल में मत जाए।
मो. खालिद ने लिखा है, “वैसे भी मैं इस डिपार्टमेंट पर फक्र करता हूं, इतने प्रेशर में भी फर्ज अदायगी की जी तोड़ मेहनत करते है।
संदीप यादव ने लिखा है, “ हर क्रिमिनल के दिल मे पुलिस का खौफ और आम जनता के दिल मे पुलिस का भरोसा जरूरी है। जय हिंद।
Or yhi apradh krne wale ko jb pta ho jata h ki sari police bikau h to khi v jaye paise se waps aa hi jana h phir wo jurm kre ya kuch or
सुनील मौर्य ने लिखा है, “ सर ये सिर्फ मूवीज में होता है, आपके यूपी में नहीं होता है। वाराणसी पुलिस तो बिकाऊ है।
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