UP Politics: मायावती और राहुल गांधी के बीच हुआ टकराव तो बीजेपी ने ले ली जमकर मौज
UP Politics: राहुल गांधी और मायावती के बीच सियासी तकरार ने महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक राजनीति में हलचल मचा दी है। यह लड़ाई पहले उदित राज के विवादित बयान से शुरू हुई थी, और अब यह सीधे राहुल गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती के बीच पहुंच गई है।;
Keshav Prasad Maurya on Rahul Gandhi Statement: राहुल गांधी और मायावती के बीच सियासी तकरार ने महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक राजनीति में हलचल मचा दी है। यह लड़ाई पहले उदित राज के विवादित बयान से शुरू हुई थी, और अब यह सीधे राहुल गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती के बीच पहुंच गई है। राहुल गांधी के बयान ने इस तकरार को और तेज कर दिया है, और मायावती ने इसका तीखा जवाब दिया है।
बीजेपी नेताओं का कहना है कि इस जंग ने उन्हें मौका दिया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए उन्हें "घने कंफ्यूज" करार दिया और कहा कि राहुल गांधी देश और संस्कृतियों को लेकर बिना सोचे-समझे बयान देते रहते हैं। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तो इस लड़ाई को ही बेकार करार देते हुए कहा कि अंत में "खिलेगा तो कमल ही"।
यह विवाद बसपा और कांग्रेस के बीच दलित वोटों को लेकर उभर रहा है। कांग्रेस के दलित वोटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए राहुल गांधी ने मायावती को निशाना बनाया है। उदित राज के बयान के बाद, अब राहुल गांधी ने भी मायावती के खिलाफ एक बयान दिया, जिसके बाद बसपा ने कांग्रेस पर मोर्चा खोल दिया है। मायावती ने इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का रवैया हमेशा जातिवाद पर आधारित रहा है, और वह अपनी चुनावी गठबंधनों में सिर्फ स्वार्थ को देखती है। मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने हमेशा उनके दलित वोटों का विरोध किया है, और देश की संविधानिक और कल्याणकारी योजनाओं को कमजोर किया है। उनके अनुसार, कांग्रेस हमेशा बसपा से गठबंधन करने की बातें करती है, जब वह कमजोर होती है, लेकिन इस गठबंधन में कोई सार नहीं निकलता और हमेशा बसपा को ही नुकसान होता है।