लॉकडाउन के बाद UP रोडवेज की बसों में लागू होगी ये पॉलिसी, यहां जानें सारे नियम
17 मई के बाद लॉकडाउन हटेगा या नहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अभी से कमर कस ली है। ताकि लॉकडाउन खुलने के बाद...
मेरठ: 17 मई के बाद लॉकडाउन हटेगा या नहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अभी से कमर कस ली है। ताकि लॉकडाउन खुलने के बाद यात्रियों की सुरक्षा पर किसी तरह की आंच नहीं आने पाए। परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक डॉ. राज शेखर ने आज तैयारियों की जानकारी जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन खुलने के बाद परिवहन निगम की प्राथमिक उद्देश्य कोविड- 19 से 'यात्री सुरक्षा' होगी। इसके लिए सभी यात्रियों के लिए 'नो मास्क-नो ट्रैवल पॉलिसी' लागू की जाएगी।
ये भी पढ़ें: आयुक्त ने खतरनाक कीट से गन्ना बचाने के बताए उपाय, दिए ये निर्देश
हर 6 घंटे में होगी बसों की सफाई
निगम के प्रबन्ध निदेशक डॉ.राज शेखर ने यूपी रोडवेज की तैयारियों की बावत विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्कशॉप से बसें निकालने से पहले सभी बसों को सेनिटाइजर किया जाएगा, उसके बाद रूट पर भेजा जाएगा। इसके अलावा, हर 6 घंटे में एक बार बस स्टेशनों की सफाई और सेनिटाइजेशन, हैवी ड्यूटी ऑटोमैटिक थर्मल सेंसर कैमरा के माध्यम से सभी यात्रियों के शरीर के तापमान को मापने के लिए मेजर बस स्टेशनों पर स्थापित किया जाएंगे।
ये भी पढ़ें: ताली-थाली,3 बार लाॅकडाउन, दो गज की दूरी के बाद सरकार ने खड़े किए हाथ- अखिलेश
बस के अंदर ये होंगी सुविधाएं
बस स्टेशनों पर और बसों के अंदर भी सभी यात्रियों को हैंड सेनिटाइज़र की सुविधा उपलब्ध रहेगी। सभी ड्राइवर, कंडक्टर, बस स्टेशन के कर्मचारी अनिवार्य व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के रूप में मास्क, हैंड सेनिटाइजर और दस्ताने का प्रयोग करेंगे। प्रत्येक दिन ड्यूटी ज्वॉइन करने से पहले सभी कर्मचारियों के शरीर के तापमान को मापने के लिए थर्मल गन्स का प्रयोग किया जाएगा।
ये भी पढ़ें: जाकिर ने उगला जहर, कहा- इन देशों में गैर-मुस्लिम भारतीय आएं तो करो गिरफ्तार
जबरदस्त कैमरे लगेंगे, जो कवर करेंगे कई चीजें
निगम के प्रबन्ध निदेशक के अनुसार कैमरा युक्त टेम्परेचर सेंसर आधारित प्रवेश द्वार का उपयोग सभी यूपीएसआरटीसी कार्यालयों और आरएम कार्यालय में भी किया जाएगा। सभी प्रमुख बस स्टेशनों (जहां यात्रियों का भार प्रति दिन 5 हजार से अधिक है) को हैवी ड्यूटी ऑटोमैटिक टेम्परेचर मापने के लिए 'सैन्सर बेस्ड टेम्परेचर मेज़रिंग कैमरों से लैस किया जाएगा, जो प्रति सेकंड 30 व्यक्तियों तक के तापमान को पकड़ सकता है। यह तस्वीरें भी कैप्चर करेगा। किसी के शरीर का सामान्य तापमान नहीं है तो अलार्म व रेड लाइट चेतावनी द्वारा सचेत करेगा। सभी बस स्टेशनों (5000 से कम यात्री क्षमता वाले) के लिए थर्मल बंदूकें (हर स्टेशन पर 4) का उपयोग होगा।
ये भी पढ़ें: ममता राज्य में नहीं होने देगी ऐसा: केंद्र पर हमला, कहा-राजनीति करने का वक्त नहीं
कोविड टास्क फोर्स का होगा गठन
प्रबन्ध निदेशक के अनुसार, पांच सदस्यीय कोविड टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जो कि प्रत्येक बस स्टैंड पर सामाजिक दूरी के अनुपालन को सुनिश्चित करने और बस स्टेशनों पर उपरोक्त उपायों को सुनिश्चित करने के साथ-साथ दैनिक आधार पर निगम मुख्यालय को रिपोर्ट करेगी। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन समाप्त होने के उपरांत उपरोक्त प्रयासों से परिवहन निगम समस्त यात्रियों के सफर को “सुरक्षित और आरामदायक” बनाने का प्रयास करेगा।
रिपोर्ट: सुशील कुमार
ये भी पढ़ें: समिति की आपात बैठक में लिए गए ये फैसले, ऐसे होगी विश्वविद्यालय की परीक्षा