आजम खान की भैंस के बाद 24 घंटे में यूपी पुलिस ने खोज निकाला डीएम का जर्मन शैफर्ड कुत्ता

Update: 2017-03-02 05:24 GMT

रामपुर: उत्तर प्रदेश की पुलिस आम लोगों की सेवा में तत्परता दिखाए न दिखाए, लेकिन वीवीआईपी लोगों के पालतुओं तक को रातों-रात खोज निकालती है। सपा के कद्दावर मंत्री आजम खान की भैंस को तल्लीनता से ढूंढने के बाद अब यूपी पुलिस ने डीएम के कुत्ते को ढूंढ निकाला। जिला रामपुर के पूर्व डीएम अमित किशोर का जर्मन शैफर्ड पालतू कुत्ता जोजो खो जाने पर पुलिस ने जमीन से पाताल तक खोजी अभियान चलाकर 24 घंटे के अंदर जोजो को खोज निकाला। मामला हाईप्रोफाइल कुत्ते से जुड़ा होने की वजह से पुलिस अपने इस गुडवर्क को कुबूल करने को तैयार नहीं है।

चुनावी समर के दूसरे चरण के मतदान के बाद चार दिन पहले जिला रामपुर के डीएम अमित किशोर को चुनाव आयोग ने स्थानान्तरित कर दिया। स्थानान्तरण के बाद अमित किशोर तो जिला छोड़कर चले गए, लेकिन उनके होलडाॅल के साथ उनका ढाई फुट ऊंचा पालतू जर्मन शैफर्ड कुत्ता जोजो यहीं रह गया। जिसको डीएम अमित किशोर सीडीओ के आवास में अमानत के तौर पर छोड़ गए। लेकिन उनके जाने के बाद जोजो को सीडीओ आवास से किसी ने 24 फरवरी को चोरी कर लिया।

ऐसे दी गई वीआईपी कुत्ते की तहरीर

इस प्रकरण की तहरीर सिविल लाइंस थाने में जोजो के हुलिये के साथ दी गई। नतीजतन प्रशासनिक अमले के साथ-साथ भारी पुलिस बल भी जोजो को ढूंढने में जुट गया। लेकिन ढूंढने में कामयाबी नहीं मिली। आखिरकार 25 फरवरी को अज्ञात चोर के खिलाफ कुत्ता चुराने की तहरीर पीआरडी जवान ने थाना सिविल लाइंस में दी, जिसपर धारा 380 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया। भारी दबाव के चलते पुलिस रात-दिन एक कर दिया और जोजो को आखिरकार ढूंढ निकाला। रात-दिन एक कर हाई प्रोफाइल कुत्ते को ढूंढ निकालने के बाद भी पुलिस इसका श्रेय लेने को तैयार नहीं है और कुत्ते की बरामदगी खुद होना करार दे रही है।

क्या है पुलिस का मानना

दरअसल हाल में ही लखनऊ में अपर मुख्य चुनाव अधिकारी बनाए गए जिला रामपुर के पूर्व डीएम अमित किशोर उप्र सरकार के कद्दावर मंत्री आजम खां के बेहद करीबी माने जाते हैं। जिला रामपुर में उनकी तैनाती सीडीओ के तौर पर हुई थी और सीडीओ से उन्हें जिला रामपुर का डीएम प्रोन्नत किया गया था। डीएम अमित किशोर आजम खां के साथ जापान दौरे पर भी गए थे। चूंकि जोजो का मामला डीएम अमित किशोर से जुड़ा हुआ है, इसलिए हर कोई इस मामले में बात करने से कन्नी काटता नजर आ रहा है और पुलिस भी अपने इस गुडवर्क को अपना मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के मुताबिक कुत्ता खुद ही थाना सिविल लाइंस के पनवड़िया क्षेत्र में मिल गया। हालांकि पुलिस ने अभी तफतीश को बंद नहीं किया और इसकी जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

आज भी लापता है सैकड़ों बच्चे

डीसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि जिले में पिछले कई सालों से दो दर्जन से ज्यादा मासूम अपने मां बाप से बिछड़ गए हैं, जिनका आज तक कोई अता-पता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट से मासूमों को ढूंढने के सख्त आदेश आने के बावजूद भी जिले की पुलिस खोए हुए बच्चों को ढूंढने में नाकाम रही है। हाई प्रोफाइल भैंसे, मुर्गियां और कुत्ते ढूंढने में पुलिस ने जो कीर्तिमान स्थापित किए हैं, अगर यही तत्परता मासूमों को ढूंढने में भी दिखाई होती, तो आज कई मासूम अपने मां बाप की इंतजार में पथरा चुकी आंखों की ठंडक बन चुके होते।

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