वाराणसी जेल में कैदियों के हंगामे की जांच रिपोर्ट पेश, हाईकोर्ट करेगा सुनवाई
वाराणसी जेल में 15 अप्रैल 2015 को बंदियों ने हंगामा किया था और जेल अधिकारियों को घंटों बंधक बनाए रखा था। सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों का आरोप था कि जेल अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। आरोप था कि जेल मैनुअल के अनुसार उनको खाना और दूसरी सुविधाएं नहीं दी जाती हैं।
इलाहाबाद: बनारस केन्द्रीय कारागार में कैदियों के हंगामे और जेल अधिकारियों को बंधक बना लेने की घटना की न्यायिक जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी गई है। रिपोर्ट में घटना के लिए जेल अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। हाईकोर्ट इस मामले पर पांच सितम्बर को सुनवाई करेगा। कोर्ट ने आरोपी अधिकारियों को भी पक्ष रखने का निर्देश दिया है।
जेल में हंगामे की रिपोर्ट
-वाराणसी जेल में 15 अप्रैल 2015 को बंदियों ने हंगामा किया था और जेल अधिकारियों को घंटों बंधक बनाए रखा था।
-सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों का आरोप था कि जेल अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं।
-आरोप था कि जेल मैनुअल के अनुसार उनको खाना और दूसरी सुविधाएं नहीं दी जाती हैं।
-इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिये गए थे। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्तर के अधिकारी ने जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंप दी है।
-अब मुख्य न्यायाधीश दिलीप बाबा साहब भोसले और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की पीठ 5 सितंबर को इस मामले की सुनवाई करेगी।