Varanasi: वाराणसी में गंगा उफानाई मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह के लिए लगी कतार

Varanasi: काशी में गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव का दौर जारी है। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक गंगा के जलस्तर में प्रतिदिन दो फीट से ज्यादा की बढ़ोतरी हो रही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-07-31 10:26 GMT

Varanasi: काशी में गंगा के जलस्तर बढ़ा। (Social Media)

Varanasi: काशी में गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव (Ganga water level rise) का दौर जारी है। पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही जोरदार बारिश को इसका कारण माना जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग (central water commission) के आंकड़ों के मुताबिक गंगा के जलस्तर में प्रतिदिन दो फीट से ज्यादा की बढ़ोतरी हो रही है। जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण महाश्मशान मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह में भी दिक्कत होने लगी है।

 दोनों ही घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए शवों की कतार लगने लगी है। शवों के साथ आने वाले परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। जानकारों का कहना है कि यदि गंगा के जलस्तर में इसी तरह बढ़ोतरी होती रही तो जल्द ही गलियों में शवदाह की नौबत आ जाएगी। 

जलमग्न हुआ शवदाह स्थल 

काशी में अंतिम संस्कार करने के लिए काशी ही नहीं बल्कि दूर-दराज के इलाकों के लोग भी पहुंचते हैं। धार्मिक मान्यता होने के कारण यहां शवदाह करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है मगर अब शवदाह करने वालों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मणिकर्णिका घाट पर नीचे का प्लेटफार्म पूरी तरह डूब चुका है और इस कारण अब फिर ऊपर  शवदाह किया जा रहा है। जगह कम होने के कारण शवदाह के लिए लोगों को काफी देर तक इंतजार भी करना पड़ रहा है। 

यही हाल काशी के दूसरे श्मशान घाट हरिश्चंद्र घाट का भी है। यहां पर पूरा श्मशान घाट जलमग्न हो चुका है। अब घाट के ऊपरी हिस्से पर शवदाह किया जा रहा है। सड़क से थोड़ी दूर पर ही शवदाह के लिए बहुत कम जगह बची है। इसलिए इस श्मशान घाट पर भी लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। 

घाट के आसपास के लोगों का कहना है कि यदि गंगा के जलस्तर में इसी तरह बढ़ाव जारी रहा तो शवों को गलियों में जलाने की नौबत आ जाएगी। गंगा में उफान के कारण शवों के साथ आने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोगों को इंतजार के दौरान बैठने तक की जगह नहीं नसीब हो रही है।

जलस्तर में रोजाना दो फीट की बढ़ोतरी 

केंद्रीय जल आयोग (central water commission) का कहना है कि पिछले चार दिनों से गंगा के जलस्तर में रोजाना करीब दो फीट की बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार को शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 66.22 मीटर दर्ज किया गया। इसके बाद रफ्तार में थोड़ी एक कमी आई है और दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का पानी बढ़ रहा है। 

जल आयोग का कहना है कि बलिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और फाफामऊ में भी गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है। गंगा के जलस्तर में यदि इसी तरह बढ़ोतरी होती रही तो जल्द ही यह खतरे के निशान के पास पहुंच जाएगा। 

गंगा आरती के स्थल में पांचवीं बार बदलाव 

गंगा में पानी काफी बढ़ जाने के कारण अब शीतला माता मंदिर की सीढ़ियों पर भी पानी चढ़ने लगा है। मंदिर की निचली दो सीढ़ियां शनिवार की शाम को ही डूब गई थीं और पानी धीरे-धीरे ऊपर बढ़ रहा है। गंगा आरती के स्थल में लगातार बदलाव करना पड़ रहा है। शनिवार को लगातार पांचवें दिन गंगा आरती के स्थल में बदलाव किया गया और घाट की सीढ़ियों पर मां गंगा की आरती की गई। 

गंगा का पानी काफी बढ़ जाने के कारण दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) पर माला-फूल बेचने वाले और पुरोहित का काम करने वाले लोग भी अब धीरे-धीरे अपनी दुकान समेटने लगे हैं। गंगा में नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है और तटवर्ती इलाकों के लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है। 

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