विकास दुबे: मुखबिरी के आरोपी को सता रहा जान का खतरा, सुप्रीम कोर्ट से की ये मांग

इस बीच अब खबर ये भी आ रही है कि इस प्रकरण में विकास के लिए मुखबिरी के आरोप में गिरफ्तार सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा (केके शर्मा) अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।

Update: 2020-07-12 16:05 GMT

लखनऊ: कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद एसआईटी ने जांच तेज कर दी है। एसआईटी के अधिकारियों ने कानपुर में अपराधी विकास दुबे के गांव जाकर लोगों से पूछताछ की है। जल्द ही मामले की जांच शासन को सौंपी जाएगी।

इस बीच अब खबर ये भी आ रही है कि इस प्रकरण में विकास के लिए मुखबिरी के आरोप में गिरफ्तार सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा (केके शर्मा) अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।

दूसरी ‘विकास दुबे गैंग’ यहां हो रही तैयार, पुलिस-नेताओं का खुलेआम मिल रहा संरक्षण

कानपुर देहात की माती जेल में बंद है केके शर्मा

जेल में बंद शर्मा ने याचिका दाखिल कर जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा देने और तीन जुलाई के मुठभेड़ कांड की जांच एसआइटी या सीबीआइ को सौंपे जाने की मांग की है।

इस समय वह कानपुर देहात की माती जेल में बंद है। उसने कोर्ट से गुहार लगाई है कि निर्देश दिया जाए कि पुलिस को उससे जो भी पूछताछ करनी है वो माटी जेल में ही की जाए। उसने याचिका पत्नी के जरिए दायर की है।

विकास दुबे एनकाउंटरः पूर्व डीजीपी ने पुलिस को घेरा, उठाए सुरक्षा पर सवाल

एनकाउंटर में मारा गया था विकास

कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में बीते दिनों मार गिराया गया है। उसके एनकाउंटर के बाद से यूपी पुलिस ने उसके साथियों की तलाश और आपरेशन और तेज कर दी है।

पुलिस हर उस जगह पर छापेमारी कर रही है। जहां पर उनके छिपे होने का अंदेशा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की पुलिस ने मध्य प्रदेश के रहने वाले दो लोगों को अरेस्ट किया है।

इन पर आरोप है कि घटना में विकास दुबे के 2 साथियों को इन्होंने अपने यहां छिपाया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में ओम प्रकाश पाण्डेय और अनिल पाण्डेय नामक दो युवकों का नाम सामने हैं। कानपुर पुलिस का कहना है कि इन दोनेां के खिलाफ भी कानपुर में केस दर्ज है।

विकास दुबे के आकाओं के नामों का जल्द होगा खुलासा, यहां से दो अपराधी अरेस्ट

Tags:    

Similar News