स्वतंत्रता दिवस का बहिष्कार करेगा गांव, गोकशी को लेकर उत्पीड़न का आरोप

गांव इकला रसूलपुर में गोकशी में ग्राम प्रधान समेत आठ महिलाओं और सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इससे नाराज ग्रामीणों ने गांव में स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाने का ऐलान कर दिया है। गांव में 50 लोगों पर बलवे का मुकदमा दर्ज करने से भी रोष है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से घरों में ताले लटके हुए है।

Update: 2016-08-14 07:58 GMT

मेरठ: गांव इकला रसूलपुर के ग्रामीणों ने गोकशी में मुकदमा दर्ज करने के विरोध में स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाने का ऐलान कर दिया है। ग्राम प्रधान ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें भी राइफल की बट मारकर घायल कर दिया। पुलिस कार्रवाई से घरों में ताले लटके हैं।

नहीं मनाएंगे स्वतंत्रता दिवस

-गांव इकला रसूलपुर में गोकशी में ग्राम प्रधान समेत आठ महिलाओं और सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

-इससे नाराज ग्रामीणों ने गांव में स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाने का ऐलान कर दिया है।

-गांव में 50 लोगों पर बलवे का मुकदमा दर्ज करने से भी रोष है।

-पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से घरों में ताले लटके हुए है।

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क्या था मामला

-गांव इकला रसूलपुर में शुक्रवार को दिलशाद के घेर में गोकशी की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर मीट और उपकरण बरामद किए थे।

-जिसके चलते महिलाओं ने पुलिस पर पथराव भी किया था।

-पुलिस ने महिला प्रधान शबनूर समेत सात महिलाओं और प्रधान पति महबूब समेत आठ लोगों के विरुद्ध पुलिस पर हमला करने का मुकदमा दर्ज किया था।

मुख्यमंत्री से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल

-22 अगस्त को अल्पसंख्यक सभा के सपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अरशद अली और महिला ग्राम प्रधान शबनूर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग करेगा।

-उन्होंने कहा कि गांव में कुरैशी समाज के लोग नहीं रहते है, इसलिए गांवो के लोग खेतों में भैंस का मांस बेचते हैं।

-सपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने कहा कि मुकदमा वापस नही होता है तो महापंचायत बुलाई जाएगी।

-ग्राम प्रधान शबनूर ने कहा कि ग्रामीण पुलिस कार्रवाई के विरोध में स्वतंत्रता दिवस नही मनाएंगे।

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