Mirzapur News: आर्थिक तंगी के चलते पर्वतारोही के सपने टूटे, गृह मंत्री से लगाई मदद की गुहार
काजल ने अपने बुलंद हौसले के चलते समुद्र तल से 18 हजार फीट ऊंचे लद्दाखी चोटी पर तिरंगा फहराकर देश और प्रदेश में अपना नाम रोशन किया था।
Mirzapur News: उत्तर प्रदेश मिर्जापुर जिले की एक बेटी प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर लद्दाख में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने वाली पर्वतारोही काजल पटेल ने रविवार को जिले में आ रहे गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगायी है। अपने गांव का नाम रौशन करने के लिए अपने मन में सपनों को लेकर परेशान है। बेटी माउण्ट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने का सपना संजोये किसान की बेटी और एनसीसी और निमास की बेस्ट कैडेट अवार्ड विजेता काजल पटेल ने एवरेस्ट अभियान पर के फटके लिए 25 लाख रूपये की मदद की गुहार लगायी है।
जमालपुर विकास खंड के हिनौती माफी निवासी किसान संतराम के घर जन्मी काजल पटेल का चयन लद्दाख अभियान के लिए 2017 में किया गया था। देश के विभिन्न प्रांतो से कुल 20 सदस्यी टीम चुनी गयी थी। उत्तर प्रदेश की वह अकेली बिटिया थी।
गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराने का काजल पटेल का सपना
खेल मंत्रालय ने काजल पटेल को अरूणाचल प्रदेश में स्थित भारतीय पर्वतारोहण फाउण्डेशन द्वारा संचालित माउण्ट एवरेस्ट चढ़ाई करने वाले एक विशेष ट्रेनिंग कोर्स में प्रवेश देकर प्रशिक्षित किया। जिसके बाद से बेटी लगातार मेहनत कर रही है उसका सपना है देश की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा झंडा लहरा कर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराना चाहती है।
बेस्ट कैडेट का अवार्ड मिला
वहां उसे बेस्ट कैडेट का अवार्ड मिला। काजल ने अपने बुलंद हौसले के चलते समुद्र तल से 18 हजार फीट ऊंचे लद्दाखी चोटी पर तिरंगा फहराकर देश और प्रदेश में अपना नाम रोशन किया था। अब पर्वतारोही काजल पटेल माउंट एवरेस्ट पर 19 हजार फीट की ऊंचाई तय कर तिरंगा फहराने की तैयारी में जुटी है।लेकिन उसे सरकार के द्वारा दो वर्षों से मदद नहीं मिल पा रही है। वाराणसी से बीएससी की पढ़ाई पूरी कर चुकी छात्रा काजल पटेल ने पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है।