Sonbhadra News:Sonbhadra News: जल्द शुरू होगी 1320 मेगावाट की क्षमता वाली ओबरा सी परियोजना
राज्य विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक पी गुरू प्रसाद ने कई जगहों पर चल रहे बिजली परियोजना का दौरा कर जरुरी दिशानिर्देश दिए
Sonbhadra News: तैनाती के बाद पहली बार लखनऊ से सोनभद्र आए राज्य विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक पी गुरू प्रसाद ने शनिवार को पत्रकारों से वार्ता में कहा कि बिजली उत्पादन और बिजली संयंत्रों के संचालन को बेहतर बनाए रखने के लिए राज्य सरकार संजीदा है। ओबरा में निर्मित हो रही 1320 मेगावाट वाली ओबरा सी परियोजना का निर्माण कार्य 2022 तक पूरा हो जाए, इसके लिए हर संभव प्रयास जारी है। पूरी उम्मीद है कि तय समय में काम पूरा करा लिया जाएगा।
हाइड्रोजन लिकेज के कारण टरबाइन में ब्लास्ट के चलते बंद चल रही अनपरा की 500 मेगावाट वाली सातवीं इकाई के सवाल पर कहा कि इसके अनुरक्षण का काम पूरा हो गया है। इकाई के लाइटअप टेस्टिंग का काम जारी है। पूरी उम्मीद है कि शनिवार की देर शाम तक इस इकाई को सिंक्रोनाइज कर उत्पादन पर ले लिया जाएगा। 40 माह से बंद चल रही ओबरा परियोजना की 200 मेगावाट क्षमता वाली 13वीं इकाई के सवाल पर कहा कि उसे भी शनिवार रात तक उत्पादन पर लेने की तैयारी की गई है।
इकाई से रात में ही पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू हो जाएगा
पूरी उम्मीद है कि इकाई से रात में ही पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू हो जाएगा। ताकी दोनों इकाइयों के उत्पादन पर आ जाने के बाद राज्य के पावर सेक्टर को सस्ती बिजली की उपलब्धता में 700 मेगावाट का इजाफा हो जाएगा। इससे पहले शुक्रवार की देर शाम उन्होंने अनपरा परियोजना का दौरा कर विद्युत उत्पादन और संयंत्र संचालन की स्थिति जानी। लगभग 20 महीने से बंद चल रही सातवीं इकाई को उत्पादन पर लाने के चल रहे कार्य का भी जायजा लिया। रात में परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक आरसी श्रीवास्तव सहित अन्य अभियंताओं के साथ दामिनी अतिथि गृह में बैठक की।
इस दौरान चालू इकाइयों से लिए जा रहे उत्पादन और बंद चल रही इकाई के टेस्टिंग कार्य की समीक्षा की। बेहतर उत्पादकता बनाए रखने के लिए संबंधितों को जरूरी निर्देश दिए। बेलवादह में परियोजना के राख बांध का भी निरीक्षण किया। यहां के बाद एमडी ओबरा पहुंचे। वहां के मुख्य महाप्रबंधक से जरूरी जानकारी लेने के बाद ओबरा परियोजना का दौरा किया। 13वीं इकाई को लेकर चल रहे कार्य का भी निरीक्षण किया। इसके बाद ओबरा सी के निर्माण कार्य का जायजा लिया।
परियोजना के अधिकारियों के साथ ही निर्माण कार्य करा रही कोरियाई कंपनी दुसान के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य के स्थिति की समीक्षा की। निर्माण कार्य को तेजी देने में आ रही दिक्कत को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए। सरकार की प्राथमिकताओं की जानकारी देते हुए परियोजना का निर्माण कार्य हर हाल में 2022 तक पूर्ण करने की हिदायत दी। संबंधितों को चेतावनी देते हुए कहा कि इसमें किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कहा कि परियोजना का निर्माण राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। इसलिए समयबद्ध तरीके से कार्यों को पूर्ण करने पर पूरा ध्यान दिया जाए। इस दौरान उन्होंने उत्पादन निगम के निदेशक तकनीकी अजीत कुमार तिवारी और अनपरा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक आरसी श्रीवास्तव के साथ बेलवादह स्थित राख बांध का निरीक्षण किया।
ओबरा में नए राख बांध को लेकर तेजी से चल रहा काम:
एमडी ने बताया कि ओबरा में निर्माणाधीन ओबरा सी परियोजना के लिए राख बांध निर्माण की कवायद तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके लिए 79 हेक्टेयर जमीन काश्तकारों से ली जानी है। वहीं 48 हेक्टेयर जमीन वन विभाग से ली जाएगी। संयुक्त सर्वेक्षण का काम पूरा हो गया है। पूरी जमीन जल्द उपलब्ध हो जाए इसके लिए जिला प्रशासन के सहयोग से पहल जारी है।
अनपरा - उन्नाव लाइन का कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के हो रहे प्रयासः
765 KV की अनपरा - उन्नाव लाइन का कार्य अभी अधूरा पड़ा होने तथा इसके चलते बिजली संप्रेषण में आ रही दिक्कत के मसले पर कहा कि इस लाइन के कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने का प्रयास जारी हैं। इसको लेकर ट्रांसमिशन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक भी रखी गई है। पारेषण विभाग के अधिकारियों ने अगस्त माह तक लाइन का कार्य पूरा कर लेने का भरोसा दिया है।
कोयला आपूर्ति में नहीं आने पाएगी अड़चन
बिजली परियोजनाओं को बकाए के चलते कोयला आपूर्ति में दिक्कत ना होने पाए, इसके लिए गंभीरता से प्रयास जारी हैं। एमडी पी गुरु प्रसाद ने बताया कि एनसीएल को 500 करोड़ सहित कोल इंडिया की अन्य कंपनियों को कुल आठ सौ करोड़ रुपए निर्गत किए जा चुके हैं। शेष धनराशि को भी शीघ्र भुगतान करने का प्रयास जारी है।
एनटीपीसी सिंगरौली की पांचवीं इकाई से बिजली उत्पादन शुरू:
तकनीकी कारणों से बंद चल रही एनटीपीसी सिंगरौली की 500 मेगावाट वाली पांचवीं इकाई से पूर्ण क्षमता से उत्पादन शुरू हो गया है। इससे शुक्रवार की रात पीकआवर के समय पावर सेक्टर को सस्ती बिजली उपलब्धता को लेकर बड़ी राहत मिली। पीक आवर में इस इकाई से पूरी क्षमता से उत्पादन किया गया। वहीं दो दिन से लगातार बारिश के चलते शनिवार को बिजली खपत में आई कमी को देखते हुए ओबरा, अनपरा और लैंको अनपरा में लगभग एक हजार मेगावाट की थर्मल बैकिंग करवाई जाती रही