Sonbhadra News: बगैर ड्यूटी के ही चिकित्सक उठा रहे थे वेतन, औचक निरीक्षण में खुली पोल, रोका गया वेतन
ड्यूटी से गायब रहने के बावजूद उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर कर वेतन उठाने का मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है
Sonbhadra News: जनपद में चिकित्सक द्वारा नियमित सरकारी सेवा में रहते हुए में क्लीनिक एवं अस्पताल संचालन का मामला तो कई बार प्रकाश में आ चुका है लेकिन ड्यूटी से गायब रहने के बावजूद उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर कर वेतन उठाने का मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। प्रकरण चोपन सामुदायिक स्वास्थ केंद्र से जुड़ा हुआ है। संबंधित चिकित्सक का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी कर ओपीडी रजिस्टर के साथ जवाब तलब किया ही गया है। सीएचपी अधीक्षक से भी लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बताते हैं कि पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक ऋपुंजय श्रीवास्तव चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण पर गए हुए थे। उस दौरान उन्हें यह पता चला कि यहां नियुक्त डेंटल सर्जन (संविदा) अक्सर अपने कार्यस्थल से नदारद रहते हैं लेकिन उपस्थिति रजिस्टर पर उनका हस्ताक्षर बना रहता है। बताया जाता है कि जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने निरीक्षण के समय संबंधित चिकित्सक की लोकेशन पता की। फोन के जरिए भी उनसे जानकारी मांगी।
सीएमओ नेम सिंह को प्रकरण से अवगत कराया
संतोषजनक जवाब न मिलने पर सीएमओ नेम सिंह को प्रकरण से अवगत कराया। इसको गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी नेम सिंह ने संबंधित चिकित्सक और सीएचसी अधीक्षक को नोटिस निर्गत कर कहा है कि गत नौ जुलाई को जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने भ्रमण के दौरान चोपन सीएचसी की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया तो ज्ञात हुआ कि डेंटल सर्जन (संविदा) प्राय: चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपने कार्य पर नहीं आ रहे हैं और गलत तरीके से उपस्थिति पंजिका पर उनका हस्ताक्षर बना दिया जा रहा है।
सीएमओ ने जारी पत्र में यह भी कहा है कि राज्य स्तर एवं जनपद स्तर के अधिकारियों के भ्रमण के समय भी प्रायः अनुपस्थिति की शिकायत मिलती रहती है। मानदेय रोकते हुए सीएमओ ने चिकित्सक को निर्देशित किया है कि अपने ओपीडी रजिस्टर के साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक के समक्ष स्वयं उपस्थित होकर स्पष्टीकरण दर्ज कराएं कि आप द्वारा ऐसा क्यों किया जा रहा है? नोटिस की प्रति चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक को भी दी गई है।
संबंधित चिकित्सक का वेतन रोक दिया गया है
इसमें, वह उपस्थिति पंजिका का किस तरह अवलोकन करते हैं कि किसी भी चिकित्सक पैरामेडिकल स्टाफ के अनुपस्थित रहने की दशा में भी उपस्थिति पंजिका पर उनका हस्ताक्षर बना रहता है? इस संबंध में लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक रिपुंजय श्रीवास्तव ने न्यूज़ट्रैक से हुई वार्ता में इसकी पुष्टि की। बताया कि फिलहाल वेतन रोका गया है।
चिकित्सक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक दोनों लोगों का स्पष्टीकरण आने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर से इस मामले में निर्णय लिया जाएगा। उधर, संबंधित चिकित्सक डॉ. अजय गौतम का कहना है कि अक्सर कार्यस्थल से नदारद रहने का आरोप गलत है। जिस समय जिला कार्यक्रम प्रबंधक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन गए थे। संयोगवश उनकी वहां उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी