Sonbhadra Crime News: बुखार का इलाज कराने पहुंची युवती को चढ़ाया 22 बोतल पानी, लगाए 61 इंजेक्शन
Sonbhadra Crime News: एनटीपीसी रिहंद के धन्वन्तरि चिकित्सालय प्रबंधन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
Sonbhadra Crime News: एनटीपीसी रिहंद के धन्वन्तरि चिकित्सालय प्रबंधन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को अस्पताल के शौचालय में मिले मृत कन्या भ्रूण का मामला शांत भी नहीं हो पाया था कि यहां बुखार का इलाज कराने आई एक युवती के इलाज में लापरवाही बरतने और ज्यादा रुपया वसूलने की शिकायत बृहस्पतिवार को सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत के क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नेम सिंह के निर्देश पर धन्वंतरि अस्पताल पहुंचकर पहुंची अपर मुख्य चिकित्साधिकारी आरजी यादव की अगुवाई वाली टीम ने शिकायत की गहनता से जांच की, और पीड़िता का इलाज करने वाले चिकित्सक एके ठाकुर और शिकायत कर्ता बृजकिशोर गुप्ता (युवती के पिता) का बयान दर्ज किया।
इलाज से जुड़े रिकॉर्ड भी देखे। जांच के दौरान चार दिन में 22 बोतल चढ़ाने और 61 इंजेक्शन लगाने की बात तो सामने आई ही, मरीज के परिजनों से 1850 रुपये अधिक लिए जाने का भी मामला प्रकाश में आया। जांच टीम की अगुवाई कर रहे डा. आरजी यादव ने बताया कि जांच के दौरान जो भी गड़बडियां मिलीं उसे सूचीबद्ध कर लिया गया है। शिकायतकर्ता द्वारा उठाए गए कई बिंदु सही पाए गए हैं। एक-दो दिन में पूरी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी जाएगी। वहां से जो निर्देश मिलेगा, उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
यह है पूरा मामला
बीजपुर थाना क्षेत्र के बीजपुर पुनर्वास निवासी बृजकिशोर गुप्ता गत ने पांच अगस्त को अपनी बेटी ज्योति को बुखार के इलाज के लिए धन्वंतरि अस्पताल में भर्ती कराया था। उनके मुताबिक अस्पताल में चार दिन तक बुखार का इलाज किया गया। इस दौरान उपचार के नाम पर 22 बोतल पानी चढ़ाया गया। वहीं 61 इंजेक्शन भी लगाए गए। बावजूद ज्योति की तबियत बिगड़ती गई। जब उन्होंने इस पर एतराज किया तो डॉक्टर और स्टॉप द्वारा मरीज के परिवारी जनों के साथ गलत व्यवहार किया गया। इसके अलावा अधिक रुपये लेने की भी शिकायत पीड़ित ने एनटीपीसी के सीएमडी, जिलाधिकारी, सीएमओ और विजिलेंस को भेजी थी। उसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम, यहां जांच के लिए पहुंची थी।