Sonbhadra News: पुलिस की पिटाई से सेवानिवृत्त लिपिक ने तोड़ा दम, परिजन शव को लेकर पहुंचे थाने, किया हंगामा
Sonbhadra News: जिले में जमीन को लेकर पट्टीदारी में हुए विवाद में पंहुची पुलिस ने सेवानिवृत्त लिपिक की पिटाई की। जिसके बाद लिपिक ने तोड़ा दम।
Sonbhadra News: सोनभद्र के कोन थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मिश्री में सोमवार की शाम जमीन को लेकर पट्टीदारी में हुए विवाद के मामले में पहुंची पुलिस की पिटाई से एक रिटायर्ड लिपिक के मौत का मामला सामने आया है। खफा परिवार के लोग शव लेकर थाने पहुंचे और गेट पर जमकर हंगामा किया। बंद गेट को तोड़ने की भी कोशिश की। उनके साथ थाने का घेराव कर ग्रामीण भी थानाध्यक्ष विनोद कुमार सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे।
उधर, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पौने नौ बजे के करीब चांचीकला चौकी इंचार्ज अरशद जानी की अगुवाई में पहुंचे पीएसी बल ने घेराव कर रहे लोगों को दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। इससे कई लोग चोटिल हो गए। वही मीडिया कर्मियों समेत अन्य को वहां से भागकर खुद को बचाना पड़ा।
पट्टीदारों में जमीन को लेकर विवाद
पुलिस की लाठी से बचने के लिए कई लोग पास के पानी भरे खेत में देर तक छिपे रहे। आरोप है कि पुलिस ने पास के घर में छुपे लोगों को भी घुसकर पीटा और वहां मौजूद वाहनों में तोड़फोड़ की। एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक मिश्री गांव में राजकुमार दूबे और उनके पट्टीदारों में जमीन को लेकर शाम को विवाद हो गया। परिवार के लोगों का आरोप है कि शाम 7:30 बजे के करीब पहुंची पुलिस ने राजकुमार दूबे के पक्ष को दबाना चाहा।
एतराज पर राजकुमार की लाठी से पिटाई कर दी। इससे उनकी हालत बिगड़ गई। यह देख गांव के दूसरे लोग भी नाराजगी जताने लगे। मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस वहां से निकल गई। तब तक कुछ देर बाद ही राज कुमार दूबे की मौत हो गई।
इससे भड़के ग्रामीण और परिवार के लोग शव लेकर कोन थाने पहुंच गए। 150 से 200 लोगों को पहुंचा दे पुलिस ने थाने का गेट अंदर से बंद कर दिया। इससे परिवार के लोग और भड़क गए कोशिश की। उनका आरोप था कि यश और पुलिसकर्मियों की पिटाई से राजकुमार की मौत हुई है।
पुलिस इतनी उग्र की मीडिया कर्मियों को भी दौड़ाया
एसओ और अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि आलोक थाने का घेराव कर कार्रवाई की मांग में जुटे हुए थे तभी अचानक से चाची कला चौकी इंचार्ज अरशद जानी पीएसी के साथ पहुंचे और घेराव कर रहे लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया गया।
इससे मौके पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न जिसको जिधर जगह मिली भाग खड़ा हुआ। ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस की पिटाई से जहां मौके पर कई लोग चोटिल हो गए वहीं पुलिस ने पास के घरों में छुपे लोगों की भी घुसकर पिटाई की।
आरोप है कि वहां मौजूद वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। पिटाई करते समय पुलिस इतनी उग्र हो गई कि मीडिया कर्मियों को भी दौड़ा लिया। कई लोगों ने पास के पानी भरे खेत में छिप करके खुद को बचाया।
समाचार दिए जाने तक मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी। एसडीएम ओबरा जैनेंद्र सिंह और सीओ ओबरा भास्कर वर्मा मौके पर पहुंच गए हैं। एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह भी अपनी टीम के साथ मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
उधर, कोन थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने पिटाई से मौत की बात से इनकार किया है और हार्ट अटैक से राजकुमार दुबे की मौत होने का दावा किया है।