Sonbhadra News: भाजपा नेता को लग्जरी कार छोड़ ट्रैक्टर की करनी पड़ी सवारी, जानिए क्या है पूरा मामला
Sonbhadra News: विकास क्रिकेट क्लब के संरक्षक एवं घोरावल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के कद्दावरों में पहचान रखने वाले माला चौबे सड़क पर पहुंचे तो उस पर पानी और कीचड़ भरा देख कार की बजाय ट्रैक्टर से सफर करना बेहतर समझा।
Sonbhadra News: विधानसभा चुनाव नजदीक आता देख प्रदेश सरकार और उसकी मिशनरी जहां गड्ढा मुक्त सड़कों के दावे सहित अन्य उपलब्धियां गिनाने में लगी हुई है। वहीं, जिला मुख्यालय से महज 13 किमी दूर स्थित शाहगंज बाजार के पास के एक गांव में शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ की लग्जरी वाहन से सफर करने वाले भाजपा नेता को ट्रैक्टर की सवारी करनी पड़ी। शाम को जब यह तस्वीर वायरल हुई तो एकबारगी लोगों ने इसे बनावटी माजरा समझा लेकिन जब हकीकत मालूम हुई तो क्षेत्रीय विधायक पर तरकस साधे जाने लगे। दूसरे लोगों ने तो सवाल उठाए ही, विधायक के सजातीय लोगों ने भी उन पर वोट के लिए अपने समाज का इस्तेमाल करने का आरोप मढ़ डाला।
2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही जहां एक दूसरे पर वार के मौके ढूंढे जाने लगे हैं। वहीं जनप्रतिनिधियों के महज वायदों से आजिज आ चुकी जनता भी उन्हें आड़े हाथ लेने लगी है।
बताते चलें कि व्यवहार कुशल व्यक्तित्व के धनी और विकास क्रिकेट क्लब शाहगंज के बेहतरीन खिलाड़ी की पहचान रखने वाले पिपरी नंबर एक गांव निवासी जय प्रकाश मिश्रा का दो दिन पूर्व वाराणसी जाते समय बीमारी के चलते निधन हो गया था। इसी क्रम में शुक्रवार को विकास क्रिकेट क्लब के संरक्षक एवं घोरावल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के कद्दावरों में पहचान रखने वाले माला चौबे, क्लब के प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव, गोलू केशरी समेत अन्य के साथ उनके जा रहे थे। शाहगंज बाजार के मध्य से सीधे पिपरी नंबर एक गांव के लिए निकली सड़क पर पहुंचे तो उस पर पानी और कीचड़ भरा देख, कार की बजाय ट्रैक्टर से सफर करना बेहतर समझा। जैसे ही भाजपा नेता माला चौबे व अन्य की ट्रैक्टर की सवारी पूरी हुई सोशल मीडिया हैंडल पर यह मसला ट्रेंड करने लगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए खजुरी निवासी मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि जय प्रकाश मिश्रा ने इस सड़क को बनाने को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों और आला अधिकारियों के यहां गुहार लगाई थी। लगभग 10 साल से वह इसको लेकर सक्रिय थे। बावजूद न तो किसी जनप्रतिनिधि ने, न तो किसी अधिकारी ने इस पर संजीदगी दिखाने की जरूरत समझी। सड़क की बदहाली के पीछे इस रास्ते से ब्राह्मण समाज के ज्यादा आवागमन को एक बड़ा कारण भी बताया गया।
लापरवाही बरतने का आरोप
भाजपा संस्कृति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुशील मिश्रा ने जनप्रतिनिधियों पर जानबूझकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। अपनी पार्टी के विधायक को भी जमकर आड़े हाथों लिया। कहा कि एक खिलाड़ी के घर दुख प्रकट करने के लिए सड़क की खराबी के चलते सत्ता पक्ष के नेता को स्वयं ट्रैक्टर चलाकर पहुंचना पड़ता है तो इससे बड़ा जनपद का दुर्भाग्य और क्या हो सकता है? उन्होंने क्षेत्रीय विधायक पर जन भावनाओं के प्रति उपेक्षात्मक रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया। खिलाड़ी के निधन के दो दिन व्यतीत होने के बावजूद, उनके परिवारी जनों को ढांढस बंधाने किसी जनप्रतिनिधि के न पहुंचने पर भी सवाल उठाए।
राजकिशोर यादव ने कहा कि यही हाल रौप की सड़कों का भी है। साथ ही अनिल शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर भले ही बेहतरी के दावे किए जाएं लेकिन गांवों में स्थिति काफी उलट है। अहरौरा ग्राम पंचायत के सड़क की भी हालत बदतर होने का आरोप लगाया। वहीं राकेश मौर्य ने एक कदम आगे बढ़ते हुए क्षेत्रीय विधायक पर सिर्फ अपने समाज के लोगों का इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहा है। कहा कि सिर्फ सोशल मीडिया पर ही विकास के दावे किए जा रहे हैं। हकीकत में जनता को उसी के हाल पर छोड़ दिया जा रहा। सोनभद्र बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश मिश्रा ने कहा कि जब तक जाति देखकर विकास कराने के पैमाने में बदलाव नहीं आता तब तक ऐसी तस्वीरें देखने को मिलती रहेंगी।