Sonbhadra News: टूटी बंधी की मरम्मत के लिए भूख हड़ताल पर बैठे प्रधान की बिगड़ी हालत, अचेतावस्था में लाया गया अस्पताल

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद में टूटी बंधी की मरम्मत के लिए भूख हड़ताल पर बैठे प्रधान की हालत नाजुक हो गई है जिनको अचेतावस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह बंधी छह साल से टूटी पड़ी है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2021-12-09 12:18 GMT

Sonbhadra News: दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र (Duddhi Block Area) के फुलवार गांव (Phulwar Village) में छह साल से टूटी पड़ी घघिया बंधी (ghaghiya Bandhi) की मरम्मत के लिए ग्रामीणों के साथ चार दिन से भूख हड़ताल पर बैठे प्रधान दिनेश कुमार यादव (Village head Dinesh Kumar Yadav) की बृहस्पतिवार की दोपहर तबियत खराब हो गई। अनशन स्थल पर ही वह गश खाकर गिर पड़े। ग्रामीणों की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी ले जाया गया, जहां चिकित्सक विनोद कुमार सिंह की देखरेख में उपचार जारी है। हालत बिगड़ने का कारण कमजोरी और ठंड लगना बताया जा रहा है।

मामले को तूल पकड़ता देख शाम साढ़े चार बजे के करीब एसडीएम रमेश कुमार अनशन स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता कर एक माह के भीतर बंधी निर्माण का आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और एसडीएम ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।


उधर, सपाजनों ने सीएचसी (CHC) पहुंचकर उनका हाल जाना और लगातार आवाज उठाने के बाद भी छह साल से टूटी बंधी की मरम्मत न करने के लिए जिम्मेदारों पर निशाना साधा। वहीं पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड़ (Former Minister Vijay Singh Gond) अनशन स्थल पर पहुंचकर बंधी मरम्मत के लिए आवाज उठाई।

प्रधान दिनेश कुमार यादव अचानक गश खाकर गिर पड़े

पिछले चार दिनों से घघिया बंधी पर टेंट लगाकर ग्रामीण भूख हड़ताल (hunger strike) पर बैठे हुए हैं। अगुवाई प्रधान दिनेश कुमार यादव (Village head Dinesh Kumar Yadav) की थी। दोपहर दो बजे के करीब वह अचानक गश खाकर गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार जारी है। उधर, ग्रामीण अनशन पर बैठे हुए हैं।


सिंचाई का एक मात्र साधन घघिया बंधी छह वर्ष से टूटी पड़ी है- ग्रामीण

ग्रामीणों का कहना था कि इलाके की सिंचाई का एक मात्र साधन घघिया बंधी छह वर्ष से टूटी पड़ी है। इससे किसानों को आजीविका के लाले पड़ने लगे हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। बीच में सर्वे कर जल्द मरम्मत का भरोसा दिया गया लेकिन उसे भी भुला दिया गया। पिछले चार दिनों ने ग्रामीण ठंड में बैठे हुए हैं लेकिन किसी अधिकारी आज जनप्रतिनिधि को मौके पर पहुंचने की फुर्सत नहीं मिल पाई।

यह हालत तब है जब दुद्धी विधानसभा (Duddhi Assembly) पर भाजपा (BJP) के सहयोगी दल का कब्जा है और जिले के एक विधायक को राज्य मंत्री का भी दर्जा दिया गया है। अस्पताल पहुंचे उमेश कुमार, योगेंद्र यादव, प्रधान प्रतिनिधि पतरिहा बुंदेल चौबे, कलामुद्दीन सिद्दीकी, ग़ौस मुहम्मद खान, दीपक जौहरी का कहना था कि इलाके में अनशन के समर्थन में अलख जगाई जाएगी। बता दें कि बंधी का क्षेत्राधिकार जिले में स्थापित बंधी डिवीजन का है, जहां कई बार कागज पर ही बंधी बनने-बिगड़ने की बातें चर्चा में रह चुकी हैं। वहां सैकड़ों किसानों की आजीविका की आधार बंधी की मरम्मत क्यों नहीं कराई जा रही? यह सवाल हर किसी को हैरत में डाले हुए है।

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