Sonbhadra News : मकरा के बाशिंदे पी रहे जहरीला पानी, हालात नियंत्रण करने के लिए लगाई गई 11 टीमें
Sonbhadra News : मकरा के बाशिंदों के लिए जहरीले पानी के सेवन की विवशता की दूसरी बार पुष्टि ने हड़कंप मचा दिया है।
Sonbhadra News : राज्य स्तरीय टीम के डेरा डालने के बाद म्योरपुर ब्लॉक (Mayorpur Block) के सिंदूर मकरा गांव (Sindoor Makara Village) में लगातार होती मौतों का सिलसिला थम गया है लेकिन अभी खतरा बरकरार है। मलेरिया और एनीमिक व्यक्तियों का मिलना जहां लगातार जारी है। वहीं, यहां के बाशिंदों के लिए जहरीले पानी (poisonous water) (प्रदूषित पानी) के सेवन की विवशता की दूसरी बार हुई पुष्टि ने हड़कंप मचा दिया है।
पूर्व में की गई सैंपलिंग के अलावा दूसरे जगह से उठाए गए पानी के नमूनों में भी आयरन, फ्लोराइड और नाइट्रेट को मानक से दो से तीन गुने तक अधिक पाए जाने की पुष्टि हुई है। मंगलवार कि शाम सामने आई इस रिपोर्ट ने जहां अफसरों की नींद उड़ा दी है। वहीं डीएम को पूरी स्थिति की जानकारी देकर, प्रभावित एरिया के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तत्काल समुचित कदम उठाए जाने का अनुरोध किया गया है। वहीं स्थिति को तेजी से नियंत्रित करने के लिए 11 टीमें लगाई गई है।
मकरा में प्रदूषित पानी (polluted water in makara) और मलेरिया पिछले दो-तीन महीने से जमकर कहर ढा रहा है। जहां अब तक 41 मौतें हो चुकी हैं। वहीं मलेरिया से प्रभावित लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। लखनऊ से आए संयुक्त निदेशक मलेरिया डॉ. अवधेश यादव, जैव कीट विशेषज्ञ डॉ. सुदेश कुमार, आशुतोष अवस्थी, अमित शुक्ला के अगुवाई में टीमों द्वारा घर-घर जाकर रोगियों की पहचान का क्रम शुरू होने और प्रत्येक मरीज की मलेरिया टाइफाइड की टेस्टिंग के साथ ही उनके शरीर में खून की मात्रा की भी जांच शुरू होने के बाद बातों पर विराम लग गया है लेकिन मलेरिया के मरीजों का अभी भी मिलना लगातार जारी है। स्थिति को देखते हुए बुधवार से यहां 11 टीमें सक्रिय कर दी गई है।
डॉ. अवधेश यादव संयुक्त निदेशक ने बताया कि प्रभावित गांवों-टोलों में टीमों की संख्या बढ़ाई गई है। वह घर-घर जाकर बुखार रोगियों और अति गंभीर रोगियों का सर्वे करेंगी। लक्षण समझ में आने पर तत्काल बुखार की जांच भी करवाई जा रही है। साथ ही माइक से भी लोगों को रोक के बचाव की जानकारी दी जा रही है और तबीयत बिगड़ने की दशा में तत्काल हेल्थ कैंप में संपर्क करने की अपील की जा रही है।
जहरीले पानी के चलते इन बीमारियों का मंडरा रहा खतरा
प्रदूषित पानी से होने वाली बीमारियों के विशेषज्ञों की मानें तो फ्लोराइड की अधिकता से कंकालीय फ्लोरोसिस (हड्डियों के टेढ़ी-मेढ़ी होने की बीमारी), आयरन की अधिकता से एनीमिया, यकृत रोग, अल्जाइमर, पार्किसंस, मल्टीपल स्केलेरोसिस, नाइट्रेट की अधिकता से कैंसर और मेथेमोग्लोबिनेमिया यानी "ब्लू-बेबी" सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारी का खतरा है।
दरबार पहुंचा मौतों का मामला
टीम-50 के नितीश कुमार चतुर्वेदी एवं अन्य की टीम ने बुधवार को मिर्जापुर जाकर मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा से मकरा में हुई मौतों को लेकर कार्रवाई की मांग की कहा कि इसके लिए संबंधितों को जिम्मेदारी तय करने के साथ ही मौत का कारण स्पष्ट कराया जाए साथ ही वहां के बाशिंदों के लिए स्थाई रूप से बेहतर स्वास्थ्य के प्रबंध सुनिश्चित किए जाए।