Sonbhadra News: कागज पर चलाए जा रहे कई क्रय केंद्र, करोड़ों की हुई फर्जी खरीद, किसानों ने कलेक्ट्रेट में दिया धरना
Sonbhadra News: जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम ओसी श्याम प्रताप सिंह ने ज्ञापन लेकर जांच का भरोसा दिलाया, तब धरना समाप्त किया गया।
Sonbhadra News: धान खरीद (dharna pradarshan) में की जा रही धांधली, क्रय केंद्रों (purchasing centers) पर की जा रही मनमानी के खिलाफ बृहस्पतिवार को पूर्वांचल नव निर्माण मंच और पूर्वांचल नवनिर्माण किसान मंच (Purvanchal Navnirman Kisan Manch) के बैनर तले किसानों ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया और जांच की मांग (kisanon ki mang) उठाई। अगुवाई कर रहे किसान नेता श्रीकांत त्रिपाठी और गिरीश पांडेय ने कई क्रय केंद्रों का संचालन कागज पर कराए जाने और इन केंद्रों पर करोड़ों की फर्जी खरीद का आरोप (farzi khareed ka aarop) लगाते हुए जांच की मांग की। जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम ओसी श्याम प्रताप सिंह ने ज्ञापन लेकर जांच का भरोसा दिलाया, तब धरना समाप्त किया गया।
किसानों ने आरोप लगाया कि जिलाप्रशासन की निगरानी के अभाव में धान खरीद में व्यापक रूप से धांधली की गई है और योजनाबद्ध तरीके से किसानों को धान औने-पौने दाम पर बेचने के लिए मजबूर किया गया है। किसानों ने बताया कि जनपद में कुल 101 धान खरीद केन्द्र स्थापित किए गए हैं । उनमें से खाद्य विभाग की विपणन शाखा के 27 केंद्र भले ही खोले गए हैं लेकिन भौतिक रुप से आधा दर्जन केंद्र केवल कागजों पर ही संचालित किए जा रहे हैं, जिनपर केवल बिचौलियों तथा मिलर्स के धान की खरीद हो रही है। किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि इसी तरह पंजीकृत सहकारी समिति के 10 पीसीयू, एफपीओ तथा उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव यूनियन के जो 15 केंद्र खोले गए हैं उनका संचालन खुद मिलर्स ही अपने मिल से करते हुए।
मकर संक्रांति पर केंद्र बंद करके कागजों पर खरीद कराने का आरोप
रोजाना करोड़ों की फर्जी खरीद दिखाकर वास्तविक किसानों का दोहन कर रहे हैं । नव निर्माण मंच के किसानों ने दावा किया कि यदि इमानदारी से अबतक खरीदे गए धान की मात्रा का मिलान केंद्र के गोदामों और मिलर्स के गोदामों पर रखे धान से करा दिया जाए तो अबतक खरीदे गए कुल धान 13 लाख 29 हजार 859 क्विंटल के सापेक्ष मौके पर 8-10 लाख क्विंटल धान शार्ट मिलेगा। किसान नेता श्रीकांत त्रिपाठी और गिरीश पांडेय ने विपणन विभाग पर हड़ताल के बावजूद एक तथा दो जनवरी को खरीद करने तथा मकर संक्रांति पर केंद्र बंद करके भौतिक रुप से कागजों पर खरीद कराने का आरोप लगाया और विपणन विभाग से अलग, दूसरे विभाग के लोगों की उच्चस्तरीय जांच टीम गठित कर मीडिया और मंच के लोगों की उपस्थिति में, खोले गए फर्जी खरीद केंद्रों की भौतिक जांच कराने की मांग की। साथ ही अब तक की हुई धान खरीद का भौतिक सत्यापन मिलों तथा केन्द्रों पर रखे धान के सापेक्ष कराने की मांग करते हुए धान खरीद केंद्रों पर खड़े किसानों का धान शीघ्र खरीद कराने की मांग उठाई। किसान मंच के नेता रमाकांत तिवारी, सुमित मिश्रा तथा अशोक शुक्ला ने चतरा विकास खंड के तेलंग हाट शाखा के बंद किए जाने से से किसानों को हो रही परेशानी से अवगत कराते हुए बताया कि पहले तेलंग हाट शाखा पर जिन किसानों ने अपना थोड़ा बहुत धान बेच दिया है, अब उनका अंगूठा दूसरे केंद्र पर भी नहीं लग पा रहा है। इसके चलते सैकडों किसान अपना धान बेचने के लिए असमंजस में हैं। किसानों ने जिलाधिकारी से तेलंग हाट शाखा पर खरीद तत्काल शुरु कराने की मांग की ।
चेतावनी दी गई कि मामले को गंभीरता से लेकर धान खरीद सुनिश्चित कराने और धान खरीद में की गई धांधली की जांच सुनिश्चित नहीं की गई तो तो पूर्वांचल नव निर्माण मंच तथा पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच जिलाधिकारी और मंडलायुक्त कार्यालय का घेराव का कदम उठाने के लिए बाध्य होगा। किसान उदय प्रकाश, संजय देव पांडेय, कांता गुप्ता, पवन पटेल, भूषन सिंह, अभिषेक सिंह राजेश मौर्या, लवकुश पांडेय आदि उपस्थित रहे।