Sonbhadra news Today: ऊर्जांचल विस्तार के हवाई सर्वे में रुकावट, सुरक्षा कारणों से हेलीकॉप्टर लैंड करने की नहीं मिली अनुमति
सोनभद्र में चार दिवसीय हवाई सर्वे का काम शुरू करा दिया गया है। हालांकि सुरक्षा कारणों से म्योरपुर हवाई अड्डे पर सर्वे में प्रयुक्त हेलीकॉप्टर को लैंड करने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके चलते 17 अक्टूबर तक चलने वाले सर्वे से जुड़ी टीम को इलाहाबाद से उड़ान भरनी पड़ेगी।
Sonbhadra news Today: सूबे के पावर कैपिटल और देश के पावर हाउस (Power House) की पहचान रखने वाले ऊर्जांचल (सोनभद्र और सिंगरौली) में मौजूद ऊर्जा सेवाओं को और विस्तार मिलने की उम्मीद बढ़ने लगी है। पॉवर ग्रिड कारपोरेशन (Power Grid Corporation) की तरफ से इसके लिए सोनभद्र (Sonbhadra) में चार दिवसीय हवाई सर्वे का काम शुरू करा दिया गया है। हालांकि सुरक्षा कारणों से जिले के म्योरपुर हवाई अड्डे (Mayorpur Airport) पर सर्वे में प्रयुक्त हेलीकॉप्टर को लैंड करने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके चलते 17 अक्टूबर तक चलने वाले सर्वे से जुड़ी टीम को इलाहाबाद से उड़ान भरनी पड़ेगी।
बताते चलें कि सोनभद्र (Sonbhadra) और इससे सटे मध्य प्रदेश के सिंगरौली (Singrauli) में 21,000 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली बिजली परियोजनाएं स्थित हैं। यहां उत्पादित होने वाली बिजली का जुड़ाव नादर्न रीजन के ग्रिड से है। इसी ग्रिड से होते हुए यहां पैदा हुई बिजली उत्तर प्रदेश के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत कई राज्यों में पहुंचाई जाती है।
यहां से उत्पादित होने वाले बिजली की ग्रिड जंक्शन तक पहुंच आसान बनाने और भविष्य में अनपरा ई सहित कई अन्य बिजली परियोजनाओं को लेकर व्याप्त संभावनाओं को मूर्त रूप देने के मद्देनजर सोनभद्र (Sonbhadra) और सिंगरौली (Singrauli) के ऊर्जांचल वाले इलाके का हवाई सर्वे कराया जा रहा है।
सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए, पावर ग्रिड के लिए सर्वे का काम कर रही दिल्ली की मेसर्स पिन्नाकले एयर प्राइवेट लिमिटेड (M/S Pinnacle air pvt ltd.) को नागरिक विमानन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) की तरफ से 17 नवंबर तक हवाई सर्वे कार्य की अनुमति दी गई है। इस अनुमति के क्रम में टीम ने जिले में रविवार से हवाई सर्वे का काम शुरू भी कर दिया।
हालांकि इस काम के लिए सर्वे टीम को म्योरपुर स्थित हवाई पट्टी (Mayorpur Airport) पर शनिवार की शाम को ही लैंड कर जाना था लेकिन सुरक्षा कारणों और तकनीकी दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की तरफ से हेलीकॉप्टर लैंड करने की अनुमति नहीं दी गई।
मजबूरन सर्वे टीम को इलाहाबाद से ही सोनभद्र (Sonbhadra) के लिए उड़ान भरकर सर्वे कार्य पूरा करना पड़ेगा। उधर, उपजिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार (SDM Duddhi Ramesh Kumar) ने भी पॉवरग्रिड कारपोरेशन (Power Grid Corporation) के तरफ से नार्दन रीजन में हवाई सर्वे का कार्य कराए जाने की पुष्टि की।
बताया कि टीम को 14 नवंबर से सर्वे कार्य शुरू करना था और उन्हें इसकी जानकारी सर्वे टीम की तरफ से शनिवार की शाम उपलब्ध कराई गई। हेलीकॉप्टर लैंड करने के लिए सर्वे टीम को नियमानुसार शुल्क के अलावा अन्य औपचारिकताओं की पूर्ति करनी पड़ती है ताकि सुरक्षा की दृष्टि से कोई खामी न रहने पाए लेकिन टीम की तरफ से इन औपचारिकताओं को पूरा करना संभव नहीं हो पाया। इस को मद्देनजर रखते हुए म्योरपुर हवाई पट्टी (mayorpur airstrip) पर सर्वे टीम को हेलीकॉप्टर लैंड की अनुमति नहीं दी जा सकी।
यूरेनियम के लिए संभावनाएं तलाशने की बात को SDM ने किया खारिज
म्योरपुर हवाई पट्टी (mayorpur airstrip) पर हेलीकॉप्टर लैंड करने की अनुमति न मिलने को लेकर कुछ लोगों द्वारा यूरेनियम की संभावनाएं तलाशने के लिए टीम के आने की प्रचारित की जा रही बात को एसडीएम दुद्धी रमेश कुमार (SDM Duddhi Ramesh Kumar) ने खारिज कर दिया है। सेलफोन पर हुई वार्ता में उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है।
पावर ग्रिड की तरफ से सर्वे का काम कराया जा रहा है। उसी के लिए टीम हवाई सर्वे में लगी हुई है। चूंकि मामला सुरक्षा मसले से जुड़ा था, इसलिए बगैर औपचारिकताओं की पूर्ति के हेलीकॉप्टर लैंड करने की अनुमति नहीं दी गई। कुछ लोगों ने इसे गलत तरीके से लिया और यूरेनियम की संभावनाएं तलाशने को टीम आने की बात प्रचारित करनी शुरू कर दी।
बताते चलें कि यूरेनियम की संभावनाएं तलाशने की बात प्रचारित होने के मामला आमजन के बीच खासा चर्चा का विषय तो बना ही, प्रशासन के सामने इस कदर असहजता की स्थिति उत्पन्न हो गई कि एसडीएम (SDM Duddhi Ramesh Kumar) को स्वयं सोशल मीडिया ग्रुपों में लोगों के सामने आकर स्थिति स्पष्ट करनी पड़ी।