Sonbhadra: कांग्रेस की सभा में दिखी खाली कुर्सियों ने बढाई चिंता, CM भूपेश बघेल की सभा सफल बनाने को झोंकी ताकत
Sonbhadra: कांंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सभा में नजर आई खाली कुर्सियां। खाली कुर्सियों ने आलाकमान की बढ़ाई मुश्किलें।
Sonbhadra News: यूपी की सत्ता से 32 साल से दूर कांग्रेस जहां 2022 के चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की हर संभव कोशिश में जुटी हुई है। वहीं ओबरा में कांग्रेस महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी की सभा में खाली दिखी कुर्सियों ने पार्टी आलाकमान की बेचैनी बढ़ा दी है। इसको देखते हुए सोनभद्र में पांच मार्च को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल के तीन विधानसभा क्षेत्रों में होने वाली सभा को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी गई है।
इसको लेकर जहां शुक्रवार की सुबह से ही पार्टीजनों के साथ संपर्क और मंत्रणा का दौर जारी रहा। वहीं दोपहर बाद जिला मुख्यालय पर छत्तीसगढ़ के केंद्रीय मंत्री अमरजीत भगत और कांग्रेस नेता चंद्रोदय राय की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर छत्तीसगढ़ के सीएम द्वारा सोनभद्र में की जाने वाली सभाओं और प्रियंका की सभा तक भीड़ न पहुंचने के कारणों की जानकारी देकर भूपेश सिंह बघेल की सभा सफल बनाने का दावा किया जाता रहा।
बताते चलें कि कांग्रेस ने जहां इस बार घोरावल में बड़हर राजपरिवार की बहू विंदेश्वरी सिंह राठौर को चुनावी मैदान में उतारा हुआ है। वहीं उभ्भा कांड को लेकर योगी सरकार को घेरने वाली प्रियंका ने, इसी कांड के बाद चर्चा में आए रामराज गोंड़ पर ओबरा विधानसभा को लेकर दांव आजमाया हुआ है। दुद्धी में पूर्व सांसद स्व. रामप्यारे पनिका एवं पूर्व जिलाध्यक्ष बसंती पनिका तथा राबटर्सगंज में कमलेश ओझा को प्रत्याशी बनाकर भाजपा को चुनौती देने की कोशिश की गई।
लेकिन मौजूदा परिदृश्य में कांग्रेस की सबसे चर्चित चेहरा बन चुकीं तथा लड़की हूं, लड़ सकती हूं... की थीम लेकर योगी सरकार को घेरने में लगी प्रियंका गांधी की ओबरा में हुई जनसभा के दौरान दिखी अव्यवस्था और सैकड़ों कुर्सियां खाली रहने के दृश्य ने सोनभद्र में चुनावी प्रबंधन में लगी छत्तीसगढ़ के मंत्रियों की टीम के साथ ही, आलाकमान को भी बेचैन कर दिया है। सोनभद्र आदिवासी बहुल होने के साथ ही, यहां के समीकरण को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जनपदों के समीकरण से भी जोड़कर देखा जाता है। बावजूद ओबरा में तय समय से करीब एक घंटे देर से आने के बावजूद प्रियंका की सभा में पर्याप्त भीड़ न पहुंचने के वाकए ने कांग्रेसी खेमे में बेचैनी की स्थिति पैदा कर दी है।
मंत्री ने लगाए आरोप, पुलिस ने डायवर्ट कर दी भीड़ः
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रियंका की सभा में कुर्सियां खाली रहने के बाबत मंत्री अमरजीत भगत का कहना था कि पुलिस ने रूट डायवर्ट कर आधी भीड़ नहीं पहुंचने दी। उन्होंने दावा किया कि फिर भी काफी भीड़ पहुंची थी। कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल का तीनों विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित जनसभा सफल रहे, इसके लिए जिले की टीम के साथ ही ब्लाक कोआर्डिनेटरों को लगाया गया है और लगातार जनसंवाद किया जा रहा है। वहीं चंद्रोदय राय का दावा था कि भले ही कांग्रेस 32 साल से बाहर है लेकिन इस बार चुन-चुन कर प्रत्याशी उतारे गए हैं और कांग्रेस यूपी में सरकार बनाने जा रही है।
आखिर खाली पड़ी कुर्सियों के क्या हैं मायने? हो रही चर्चाएं
जिस प्रियंका गांधी को मौजूदा राजनीति का तेज-तर्रार चेहरा माना जाता है। महिलाओं और युवतियों के लिए वह राजनीति के आइकान के तौर पर सामने आई हैं लेकिन ओबरा के जनसभा में कम भीड़ पहुंचने के पीछे प्रबंधन की कमी कहें या फिर कांग्रेस के मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को सच मानें। ...लेकिन खाली पड़ी दिखी कुर्सियों ने सोनभद्र में 2022 के चुनाव में कांग्रेस की रहने वाली स्थिति और प्रियंका की बताई जाने वाली जादुई छवि को लेकर चर्चा तो छेड़ ही दी है।