पत्रकारिता पहले मिशन था आज भी है और भविष्य में भी रहेगा - आशुतोष शुक्ला

हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर रविवार को हिंदी पत्रकारिता: कोविड काल और जनसरोकार विषयक वेबिनार का आयोजन किया गया।;

Reporter :  Kapil Dev Maurya
Published By :  Monika
Update:2021-05-30 19:43 IST

हिंदी पत्रकारिता दिवस (फोटो: सोशल मीडिया ) 

जौनपुर: वीर बहादुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर रविवार को हिंदी पत्रकारिता: कोविड काल और जनसरोकार विषयक वेबिनार का आयोजन किया गया।

वेबिनार के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शुक्ल ( सम्पादक,दैनिक जागरण,उत्तर प्रदेश) ने कहा कि पत्रकारिता पहले भी मिशन थी आज भी है और सदैव रहेगी । ईमानदारी से पत्रकारिता करने वालों पर सबसे अधिक सवाल उठाये जाते है। इससे विचलित होने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में जनता तक खबरें पहुंचने के लिए पत्रकार प्रथम पंक्ति में खड़े रहें है, तीसरी लहर के लिए पत्रकारों को और अधिक तैयार रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि आपदा को अवसर बनाने वाले असुर है स्वअनुशासन से ही हम कोविड से सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के शिक्षक पत्रकारिता पर भी निगरानी रखें तब हम और हमारे साथी और अच्छा करने का प्रयास करेंगे।

मुख्य वक्ता न्यूज़ -18 इंडिया के वरिष्ठ संपादक प्रतीक त्रिवेदी ने कहा कि कोविड काल के बाद जब नया सवेरा आएगा तो दुनिया बदली- बदली होगी । उन्होंने कहा कि समाचारों की दुनिया में पीएचसी और जिला अस्पताल जो मीडिया के हासिए पर थे, उनकी उपयोगिता कोविड काल में समझ में आई। हमें और सरकार द्वारा इसको और मूल्यांकित किए जाने की जरूरत है ताकि यह अच्छी तरह से सुदृढ़ हो सके। उन्होंने कहा कि कि टेक्नोलॉजी ने हमें पूरी तरह बदल दिया है जो कि देशहित में हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार ख़बरों को चेक, रीचेक और क्रॉस चेक करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि परिस्थितियों के अनुरूप अपने नजरियें को बदले यहीं समाज के हित में है।

हिंदी पत्रकारिता दिवस की बधाई

अध्यक्षीय उदबोधन में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस.मौर्य ने सभी को हिंदी पत्रकारिता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हिंदी पत्रकारिता ने सदैव समाज को जोड़ने का काम किया है। उन्होंने हिंदी पत्र के प्रथम सम्पादक पंडित युगलकिशोर शुक्ल के संघर्षों की चर्चा करते उनको नमन किया। उन्होंने कहा कि कोविड काल में पत्रकारों ने जनचेतना में अपनी अहम् भूमिका निभाई है उनके बिना कोरोना से नहीं लड़ा जा सकता। वेबिनार में अपने उदबोधन के पूर्व उन्होंने स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन कर अपनी श्रद्दांजलि अर्पित की।

इन सभी ने प्रतिभाग किया 

कार्यक्रम का संचालन वेबिनार संयोजक एवं विभागाध्यक्ष डॉ० मनोज मिश्र एवं धन्यवाद् ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ० दिग्विजय सिंह राठौर ने किया। कार्यक्रम के सह संयोजक डॉ० सुनील कुमार एवं शिफाली आहूजा ने तकनीकी सहयोग किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रो मानस पाण्डेय, प्रो एच सी पुरोहित, प्रो वंदना राय, प्रो देवराज सिंह, डॉ कायनात काजी,डॉ आलोक सिंह, डॉ आशिमा सिंह, डॉ उमेश पाठक, डॉ सतीश जैसल, डॉ अखिलेश चन्द्र, डॉ गीता सिंह, डॉ राजकुमार, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ रसिकेश, डॉ अमरेन्द्र सिंह, डॉ धर्मेन्द्र सिंह, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ चन्दन सिंह,डॉ वंदना समेत देश के विभिन्न प्रदेशों से पत्रकार, शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

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