Umesh Pal Murder Case: एक महीना... STF की 22 टीमें फिर भी खाली हाथ, जानिए एक-एक दिन की अपडेट, अब तक क्या कुछ हुआ?
Umesh Pal Murder Case: यूपी से हजारों किमी दूर गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद एक बेहतर साजिशकर्ता भी है। उमेश पाल हत्याकांड के एक माह आज पूरे हो गए हैं, लेकिन अभी तक यूपी पुलिस इस मामले में कुछ भी ठोस नहीं कर पाई है। उसने पास गिनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। क्योंकि पांच शूटर समेत मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं।
Umesh Pal Murder Case Prayagraj: संगमनगरी प्रयागराज ने 24 फरवरी की शाम उस खौफनाक वारदात का रिप्ले देखा जो 18 साल पहले घटी थी। 25 जनवरी 2005 को प्रयागराज में दिनदहाड़े बसपा विधायक राजू पाल को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। सालों बाद माफिया अतीक अहमद के इशारों पर उसके गुर्गों ने राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल को मौत की नींद सुला दी। अपने दुश्मनों को सरेआम मौत के घाट उतारकर लोगों के बीच खौफ कायम करना कुख्यात बाहुबली का ट्राइड एंड टेस्टेड तरीका रहा है। चांद बाबा से लेकर राजू पाल और फिर उमेश पाल की हत्या इसका उदाहरण है।
यूपी से हजारों किमी दूर गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद एक बेहतर साजिशकर्ता भी है। उमेश पाल हत्याकांड के एक माह आज पूरे हो गए हैं, लेकिन अभी तक यूपी पुलिस इस मामले में कुछ भी ठोस नहीं कर पाई है। उसने पास गिनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। क्योंकि पांच शूटर समेत मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं। 3 देश और 13 राज्यों की खाक छानने के बाद पुलिस के हाथ खाली हैं। तो आइए एक नजर सिलसिलेवार तरीके से अब तक की घटनाओं पर डालते हैं।
24 फरवरी – प्रयागराज के धूमनगंज के जयंतीपुर में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या। एक गनर संदीप निषाद की भी मौत।
25 फरवरी - उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर कुख्यात बाहुबली अतीक अहमद, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, भाई अशरफ एवं 9 अन्य समेत 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज।
26 फरवरी – गोरखपुर से सदाकत खान पकड़ा गया। प्रयागराज विवि के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल में खान के ही कमरे में हत्याकांड की पूरी रणनीति बनी थी।
27 फरवरी – घटना वाले दिन कार चलाकर उमेश पाल के घर तक शूटरों को लेकर पहुंचे अरबाज का प्रयागराज पुलिस ने किया एनकाउंटर।
28 फरवरी – ईट ऑन के मालिक नफीस अहमद को पुलिस ने किया अरेस्ट। घटना में इस्तेमाल क्रेटा कार इसी की थी।
01 मार्च – प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने चकिया स्थित उस घर को जमींदोज किया, जिसमें माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता रहती थी। यह मकान जफर अहमद का था जो कि पेश से पत्रकार है।
02 मार्च – उमेश पाल के दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। इसी दिन पीडीए का बुलडोजर अतीक के एक अन्य करीबी सफदर के 60 फीट रोड स्थित मकान पर चला।
03 मार्च – पीडीए के पुरामुफ्ती के असरौली में मासूकउद्दीन के घर को ढहाया गया। मासूकउद्दीन को अतीक अहमद का फाइनेंसर बताया जाता है।
05 मार्च – यूपी पुलिस ने हत्याकांड में शामिल फरार शूटरों पर इनामी राशि 50 हजार से बढ़ाकर ढ़ाई-ढ़ाई लाख रूपये कर दी।
06 मार्च – उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला शूटर विजय उर्फ उस्मान चौधरी प्रयागराज पुलिस के साथ एनकाउंटर में ढेर। गोली चलाते हुए उसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हुई थी। उसके धर्म परिवर्तन को लेकर तमाम तरह की अटकलें हैं।
11 मार्च – फरार शूटर साबिर और अतीक के गैंग के सदस्य बल्ली पंडित के साथ तस्वीर सामने आने के बाद शाइस्ता परवीन पर कसा शिकंजा। पुलिस की सख्ती के बाद फरार हो गई अतीक की पत्नी। पुलिस ने उस पर घोषित कर रखा है 25 हजार रूपये का इनाम।
13 मार्च – माफिया अतीक अहमद के गैंग में खासे सक्रिय रहने वाला सुधांशु त्रिपाठी उर्फ बल्ली पंडित को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
14 मार्च - पुलिस ने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद समेत पांचों फरार शूटरों पर इनाम डबल किया। अब इनका पता बताने वालों को पुलिस ढ़ाई के बदले 5 लाख रूपये देगी।
15 मार्च – प्रयागराज सीजेएम कोर्ट में हुई सुनवाई में पुलिस ने अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों के बारे में जानकारी दी। हालांकि, उसे किस बाल सुधार गृह में रखा गया है, उसे सार्वजनिक नहीं किया गया।
19 मार्च – उमेश पाल हत्याकांड के दो आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर के मजिस्ट्रियल जांच के दिए गए आदेश।
21 मार्च – प्रयागराज में तैनात माफिया अतीक अहमद के 8 करीबी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई। सभी का किया गया तबादला।
22 मार्च – उमेश पाल हत्याकांड में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में किया गया पेश, जहां से उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
23 मार्च – माफिया अतीक अहमद के साढ़ू इमरान जई की 300 बीघा जमीन पर की जा रही अवैध प्लाटिंग पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर। अहमद सिटी नामक इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से किया गया तहस-नहस।
24 मार्च – उमेश पाल हत्याकांड में शामिल फरार शूटरों को दबोचने के लिए यूपी पुलिस ने जारी किया हुकुम तहरीरी।
कौन हैं पांच फरार शूटर
राजूपाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या के दौरान सात लोग घटनास्थल पर मौजूद थे। जिनमें से दो अऱबाज और उस्मान का प्रयागराज पुलिस एनकाउंटर कर चुकी है। पांच शूटर पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जिनमें सबसे अहम है, हमले को लीड करने वाला असद अहमद। असद अतीक के तीसरे नंबर का बेटा है, जो लखनऊ में रहकर कानून की पढ़ाई कर रहा था। इसके अलावा जो अन्य चार फरार शूटर हैं, वो है – मोहम्मद अरमान, साबिर, गुलाम और गुड्डू मुस्लिम।
शूटरों की तलाश मे लगी हैं 22 टीमें
जानकारी के मुताबिक, हत्याकांड में शामिल पांचों फरार शूटर के पीछे यूपी पुलिस और एसटीएफ की 22 टीमें लगाई गई हैं। इनमें 150 पुलिसकर्मी काम कर रहे हैं। अब तक एसटीएफ की विभिन्न टीमों ने दो देश (नेपाल, थाईलैंड) और 13 राज्यों में सैंकड़ों ठिकानों पर छापेमारी की है। माफिया अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता के पीछे भी एसटीएफ की टीम को लगाया गया है।
यूपी पुलिस ने जारी किया हुकुम तहरीरी
माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन समेत पांचों शूटर की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने एक और बड़ा कदम उठाया है। पुलिस को जिन सात राज्यों में इनके छिपे होने की संभावना लग रही है, वहां की पुलिस के लिए हुकुम तहरीरी जारी की गई है।
इसके जारी होने के बाद अब दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र की पुलिस भी इन फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर सकेगी। हुकुम तहरीरी का मतलब है कि किसी मुजरिम को गिरफ्तार करने के लिए किसी थाने को सूचना देना। ये थाने किसी दूसरे राज्य के भी हो सकते हैं। हुकुम तहरीरी मिलने के बाद आरोपियों को इन राज्यों की पुलिस भी गिरफ्तार कर सकती है।