अयोध्या पर फैसला आज ही क्यों, जानिए इसके बारे में

श के सबसे विवादित अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट आज सुबह 10:30 बजे अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाने जा रहा है। लगभग 40 दिन के सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सबके सामने रखने वाला है।

Update:2019-11-09 10:32 IST

उत्तर प्रदेश: देश के सबसे विवादित अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट आज सुबह 10:30 बजे अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाने जा रहा है। लगभग 40 दिन के सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सबके सामने रखने वाला है। सुनवाई के दौरान ऐसा माना जा रहा था कि, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायर होने से पहले ही ये ऐतिहासिक फैसला सुना दिया जाएगा। फिर कल शुक्रवार रात यह सूचना आई कि कोर्ट अपना फैसला आज (शनिवार) को सुनाएगा। ऐसे में कई लोगों के मन में ये बातें जरुर आई होंगी कि, आखिर आज ही सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला क्यों सुनाने जा रहा है? तो चलिए बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ-

कुछ ऐसी थीं संभावनाएं-

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। वैसे तो कोर्ट किसी दिन भी बैठ सकती है, सुनवाई कर सकती है और अपना फैसला भी सुना सकती है। लेकिन अगर इस अलग देखा जाए तो जिस दिन गोगोई रिटायर हो रहे हैं यानि 17 नवंबर को रविवार है और सामान्यत: इतने बड़े मामलों के फैसले छुट्टी के दिन नहीं सुनाए जाते हैं। इसके अलावा चीफ जस्टिस जिस दिन रिटायर हो रहे हैं, आमतौर पर उस दिन भी बड़े मामलों के फैसले नहीं सुनाए जाते हैं। इससे पहले यानि 16 नवंबर को शनिवार है और उस दिन भी अवकाश है।

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ऐसे में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का अंतिम कार्यदिवस 15 नवंबर के दिन पड़ रहा है। इससे ऐसा माना जा रहा था कि अयोध्या विवाद का फैसला चीफ जस्टिस गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ 14 या 15 नवंबर को सुना सकती है। लेकिन इसमें भी एक मुश्किल सामने आई।

इस स्थिति में भी नहीं हो पाता फैसला

दरअसल, जब कोर्ट किसी फैसले को सुनाती है तो उससे संबंधित कोई तकनीकी गड़बड़ी पर अगले दिन वादी या प्रतिवादी में से कोई भी एक बार फिर से अदालत की शरण लेकर इस गड़बड़ी को दूर करने की गुहार लगाता है। जिसमें अधिकतर एक या दो दिन लग जाते हैं। फिर अगर 14-15 नवंबर को फैसला सुनाया जाता तो, ऐसी स्थिति में यह एक-दो दिन फिर खिसक कर 16-17 नवंबर तक चला जाता।

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ऐसे तैयार की गई रणनीति

फिर कल अचानक शुक्रवार की रात ये सूचना आई कि अयोध्या मामले पर फैसला शनिवार सुबह 10:30 बजे सुना दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस बेहद संवेदनशील, भावनाओं और आस्थाओं से जुड़े मामले में असामाजिक तत्वों को किसी तरह की खुराफात के लिए तैयारी का मौका नहीं मिल सके इसलिए ऐसा कदम उठाया गया है और इसी को मद्देनजर रखते हुए शुक्रवार की रात ऐलान किया गया कि अगले दिन की सुबह मामले में फैसला सुना दिया जाएगा।

सुरक्षा व्यस्था के हैं खास इंतेजाम

देश और अयोध्या सहित पूरे उत्तर प्रदेश में शांति बने रहे इसलिए इससे पहले सारी तैयारियां पूरी कर ली गईं। प्रदेश और केंद्र सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था के सारे इंतजाम कर लिए हैं। अयोध्या फैसले के ऐलान से पहले प्रधान न्यायाधीश ने भी उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी और पुलिस महानिदेशक ओ.पी.सिंह से मुलाकात कर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त की।

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