दीनदयाल उपाध्याय जयंती: CM ने दी श्रद्धांजलि, कहा- प्रगतिशील विचारधारा के जनक

 पं. दीनदयाल उपाध्याय का राजनीतिक दर्शन भारतीय चिंतन पर आधारित था। उनका मानना था कि देश तभी खुशहाल व समृद्ध हो सकता है,

Update:2020-09-25 18:22 IST
 पं. दीनदयाल उपाध्याय का राजनीतिक दर्शन भारतीय चिंतन पर आधारित था। उनका मानना था कि देश तभी खुशहाल व समृद्ध हो सकता है,

देहरादून भाजपा प्रदेश कार्यालय में सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण किया। सीएम ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद मंत्र और समाज सेवा जैसी प्रगतिशील विचारधारा दिया है।

 

उनके जीवन दर्शन एवं चिन्तन को सबने साराहा

पं. दीनदयाल उपाध्याय का राजनीतिक दर्शन भारतीय चिंतन पर आधारित था। उनका मानना था कि देश तभी खुशहाल व समृद्ध हो सकता है, जब समाज के अन्तिम पंक्ति पर खड़े गरीबों का उत्थान होगा।

केन्द्र व राज्य सरकार जीवन दर्शन का अनुसरण करते हुए समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। सीएम रावत ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जो दिशा पार्टी को दी है। उसी का अनुसरण करते हुए पार्टी आगे बढ़ी है। उनके जीवन दर्शन एवं चिन्तन को सबने साराहा। वे कभी भी संसद के सदस्य नहीं रहें, लेकिन लोकसभा के अन्दर उनके लिए शोक हुआ। उनके विचार हमेशा पार्टी का मार्गदर्शन करते रहेंगे।

 

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किसानों के हितैषी

सीएम ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी सरकार है। कृषि विधेयकों से किसानों की दशा और दिशा में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। इन विधेयकों में ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं, जिससे किसान स्वयं अपनी उपज को अच्छी कीमतों पर मंडी में या मंडी के बाहर कहीं भी बेच सकेगा। पीएम मोदी हमेशा से किसानों के हितैषी रहे हैं।

 

 

सोशल मीडिया से

जब वे गुजारत के सीएम थे तो उन्होंने वहां किसानों के लिए 7 घंटे नियमित और निश्चित बिजली की व्यवस्था की। उन्होंने कृषि महोत्सवों की शुरूआत की। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी किसान हमेशा उनकी प्राथमिकताओं में रहे। उनकी सरकार में गांव, गरीब और किसानों का सबसे पहले ख्याल रखा है।

92 हजार करोड़ रूपए किसानों का खाते में

साल 2009 में यूपीए की सरकार में कृषि मंत्रालय का बजट केवल 12 हजार करोड़ रूपए था जो आज कई गुना बढ़ाकर 1 लाख 34 हजार करोड़ किया गया है। पीएम किसान योजना से अब तक 92 हजार करोड़ रूपए सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में पहुंच चुके हैं।

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यूपीए के समय किसानों को 8 लाख करोड़ का कर्ज मिलता था, आज 15 लाख करोड़ का ऋण सालाना दिया जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री बंशीधर भगत और अन्य उपस्थित थे।

रिपोर्टर अवनीश जैन

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