तालिबान के साए में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे लोग, काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़, 7 मरे
काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ ने तोड़-फोड़ की कोशिश की। उन्हें रोकने के लिए अमेरिकी सैनिकों को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इस कारण मची भगदड़ में सात लोगों के मारे जाने की खबर है।
Afghanistan: अफगानिस्तान में काबूल एयरपोर्ट पर भगदड़ मच गई है। तालिबान के लाख वादों और दावों के बाद भी अफगानिस्तान में लोग अब भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। लिहाजा वहां से निकलने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी वजह से काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई है। जानकारी के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ ने तोड़-फोड़ की कोशिश की। उन्हें रोकने के लिए अमेरिकी सैनिकों को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इस कारण मची भगदड़ में सात लोगों के मारे जाने की खबर है।
काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास भगदड़ में मरे सात अफगान
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने आज एक बयान जारी करते हुए कहा कि काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास भगदड़ में कम से कम सात अफगान मारे गए हैं। वे तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद अफगानिस्तान छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, कि "जमीन पर स्थितियां बेहद चुनौतीपूर्ण हैं लेकिन हम स्थिति को यथासंभव सुरक्षित तरीके से प्रबंधित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।" मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी AFP से कहा, हमारी संवेदनाएं उन सात अफगान नागरिकों के परिवारों के साथ हैं, जो काबुल में भीड़ में दुखद रूप से मारे गए हैं। ब्रिटिश मिलिट्री के मुताबिक भगदड़ इसलिए मची थी क्योंकि तालिबानी वहां हवा में गोलियां चलाते हैं, जिससे लोग डर जाते हैं। ये गोलियां उन लोगों में दहशत फैलाने और भगाने के लिए ही की जा रही है, जो देश छोड़कर जाने की उम्मीद में एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं।
काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा स्पेशल फोर्स बद्री 313 यूनिट को सौंपी
जानकारी के मुताबिक तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा अपनी स्पेशल फोर्स बद्री 313 यूनिट को सौंप दी है। बता दें कि बड़ी संख्या में लोग देश छोड़ना चाह रहे हैं और इस कोशिश में रोजाना बड़ी संख्या में लोग काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच रहे हैं। वाल्ला न्यूज के रिपोर्टर बराक रविद द्वारा शनिवार को ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में काबुल हवाई अड्डे पर जारी अराजकता और हताशा को दिखाया गया है। रविद का वीडियो, जो उन्हें काबुल के एक एनजीओ कार्यकर्ता द्वारा भेजा गया था, में अफगानों की भारी भीड़ को कांटेदार तार की बाड़ के खिलाफ दबाया गया था। इनमें छोटे बच्चे और महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही थीं।
फाटकों को पार करना और विमानों तक पहुंचना मुख्य समस्या
रविद ने लिखा, "काबुल हवाईअड्डे का दृश्य। एक एनजीओ यहां से लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है। मुख्य समस्या यह है कि फाटकों को पार करना और विमानों तक पहुंचना असंभव है। रविद का वीडियो, जो उन्हें काबुल के एक एनजीओ कार्यकर्ता द्वारा भेजा गया था, में अफगानों की भारी भीड़ को कांटेदार तार की बाड़ के खिलाफ दबाया गया था। इनमें छोटे बच्चे और महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही थीं।
रविद ने लिखा कि काबुल हवाईअड्डे का दृश्य। एक एनजीओ यहां से लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है। मुख्य समस्या यह है कि फाटकों को पार करना और विमानों तक पहुंचना असंभव है। उधर, भारत समेत तमाम देशों की ओर से अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की सप्ताह भर से संघर्ष कर रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि जमीन पर स्थितियां बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं लेकिन हम हालात को यथासंभव सुरक्षित तरीके से संभालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।